निरमंड विद्युत प्रोजेक्ट के प्रभावितों को नहीं मिल रहा न्याय : राकेश सिंघा
कुल्लू, 9 जुलाई। प्रदेश में विद्युत प्रोजेक्ट स्थापित हुए जिससे सरकार के लिए आए के साधन बने तो वहीं स्थानीय लोगों के लिए पीड़ा का कारण भी बने। बड़े दुख का विषय है कि जो कानून बने हैं उन्हें सरकार और सरकारी तंत्र लागू नहीं कर पा रहा है।
हिमाचल किसान सभा द्वारा डीसी कुल्लू को एक मांग पत्र सौंपा गया और उसके बाद सीटू नेता राकेश सिंघा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बहुत ही दुखद है कि वर्ष 2019 में प्रोजेक्ट का निर्माण शुरू हुआ और आज 2024 हो गया लेकिन अभी भी 132 परिवारों की भूमि इस प्रोजेक्ट में लगी लेकिन कानून होने के बावजूद उन्हें रोजगार नहीं मिला है। उन्होंने कहा हमने डीसी कुल्लू से मांग की है निवेदन किया है कि कानून का अमलीजामा सरकार और सरकारी तंत्र को करना है।
सिंघा ने कहा निरमंड में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के इर्दगिर्द 7 पंचायतें है। इन किसानों की फसल प्रोजेक्ट से उड़ रही लगातार धूल के कारण खत्म हो रही है। यह लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं।
सीटू नेता ने कहा पहली की सरकार तो बात ही नहीं सुनती थी लेकिन यह सरकार बात सुनती है। लेकिन समय रहते अगर हमारी मांगों की तरफ ध्यान न दिया गया तो प्रोजेक्ट खड़ा हो तैयार हो है बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सिंघा ने कहा देश से अंग्रेजों को बाहर निकाला राजाओं का राज समाप्त किया ताकि देश में एक स्वच्छ राजनीति को लाने के लिए। लेकिन अब चुनाव सेवा का नहीं रहा यह पैसे कमाने का धंधा बन गया है, व्यापार बन गया है।