आरपीएफ ने पकड़ी ई टिकटों की काला बाजारी, डेढ़ लाख के टिकट बरामद, एक गिरफ्तार
चित्तौड़गढ़, 7 अगस्त। रेलवे में टिकट रिजर्वेशन में वेटिंग बढ़ती जा रही है। कई व्यक्तियों को समय पर टिकट का रिजर्वेशन नहीं होने पर यात्रा कैंसिल करनी पड़ती है। वहीं दूसरी और ई टिकटिंग की काला बाजारी बढ़ती जा रही है। ऐसी ही ई टिकटिंग की काला बाजारी का मामला पकड़ में आया है। इसमें एक दुकानदार को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीब डेढ़ लाख मूल्य के 57 ई टिकट पकड़े हैं। इस संबंध में रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। रतलाम रेल मंडल में ई टिकिट की काला बाजारी के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई है।
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) चित्तौड़गढ़ के थानाधिकारी नाथूराम जाट ने बताया कि रेलवे के आरक्षित ई टिकटों की काला बाजारी के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। निंबाहेड़ा में भी इस तरह की सूचना मिल रही थी। इस पर अपराध शाखा रतलाम के उप निरीक्षक किरण हठीला मय स्टाफ के टीम निंबाहेड़ा पहुंची। इस टीम ने आजाद कॉलोनी मार्ग निंबाहेड़ा निवासी मुकेश पुत्र सागरमल चौपड़ा को पकड़ा। यह रेलवे के आरक्षित टिकटों की काला बाजारी में लिप्त पाया गया। इससे 60 रेलवे के आरक्षित टिकट पकड़े, जिनका अनुमानित मूल्य 1 लाख 38 हजार 460 रुपए था। आराेपी मौके पर एक टिकट भी बना रहा था, जिसे भी जप्त किया है। एक एचपी कंपनी का सीपीयू भी जब्त किया है, जिससे टिकट बुक किए जा रहे थे।
आरपीएफ थानाधिकारी ने बताया कि टीम आरोपित को पकड़ कर आरपीएफ थाने लेकर आई। यहां अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक जनकसिंह ने इसे पूछताछ की इसमें इसने चित्तौड़ी गेट निंबाहेड़ा पर चाैपड़ा एयर ट्रेवल्स एवं रेलवे रिजर्वेशन के नाम से दुकान पर 6 पर्सनल आईडी से रेलवे आरक्षित ई टिकट बनाना स्वीकार किया। पूछताछ में यह भी सामने आया कि जरूरत मंद व्यक्तियों को टिकट की कीमत से 50 से 100 रुपए प्रति टिकट अतिरिक्त कमिशन लेकर बेच रहा था। यह आरोपित आईआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट भी नहीं है। आरपीएफ ने रेल अधिनियम की धारा 143(1)(ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया। आरोपित को गिरफ्तार कर इसे रेलवे न्यायालय अजमेर में पेश किया जाएगा।