सम्मान के साथ विदा किए गए स्थानांतरित डीडीसी सुशांत कुमार, कविता सुन आंखें हुई नम
बेगूसराय से स्थानांतरित उप विकास आयुक्त (डीडीसी) सुशांत कुमार को शुक्रवार को अलग-अलग जगहों पर भावभीनी विदाई दी गई। जिला प्रशासन द्वारा जीरोमाइल के एक होटल में विदाई-सह-सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर डीएम रोशन कुशवाहा एवं एसपी योगेन्द्र कुमार सहित जिले के सभी अधिकारियों ने उन्हें सम्मान के साथ विदा किया। मौके पर डीएम ने सुशांत कुमार द्वारा बेगूसराय में अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों तथा उनके सहज उपलब्धता की चर्चा करते हुए अगले कार्यकाल की शुभकामना दिया।
दूसरी ओर जिला मुख्यालय के लोहिया नगर में स्थित आर्यभट्ट में निवर्तमान उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार को विदाई दी गई। इस अवसर पर महापौर पिंकी देवी, एडीएम (पीजीआरओ) के.के. सिंहा, जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश कुमार, उप समाहर्ता सुनंदा कुमारी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह, अधिवक्ता नीरज शांडिल्य, समाजसेवी विश्वरंजन सिंह राजू एवं बैंक अधिकारी अभिषेक कुमार आदि ने उन्हें सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सुशांत कुमार द्वारा बेगूसराय में अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों, उपलब्धियों और आम जनमानस के साथ बेहतर समन्वय की सराहना की तथा विस्तार से चर्चा किया। वक्ताओं ने कहा कि स्थानांतरण एक प्रक्रिया है। लेकिन अच्छे कार्य करने वाले अधिकारी कभी निवर्तमान नहीं होते, अपने कार्यशैली से अमिट छाप छोड़ने वाले अधिकारी हमेशा लोगों के जेहन में रहते हैं।
सुशांत कुमार ने आर्यभट्ट के बच्चों को संबोधित करते कहा कि जीवन में अपना काम करते रहना चाहिए, भगवान उन्हें अवश्य सफलता देते हैं। हम जनता के सेवक हैं, सरकार जहां ड्यूटी लगाती है, हमें वहीं निष्ठा से अपना कार्य करना होता है। ईमानदारी और निष्ठा से काम करने वाले लोगों को जनता स्वत: सम्मान देती है। बेगूसराय ने जो अपनापन, कार्य में सहयोग, प्यार और सम्मान दिया, वह कभी भूल नहीं सकेंगे। राष्ट्रकवि दिनकर की यह जन्मभूमि अद्भुत है।
युवा कवि विशाल कुमार ने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से उनके कार्यशैली और सहजता की चर्चा किया तो स्थानांतरित उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार की आंखें नम होकर बेगूसराय के प्रति श्रद्धाभाव से झुक गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राहुल कुमार तथा अध्यक्षता एवं धन्यवाद ज्ञापन आर्यभट्ट के निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह ”अमर” ने किया।