उप्र मानसून सत्र : केशव प्रसाद ने सपा के पीडीए को बताया धोखा, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद लड़ते रहेंगे लड़ाई
लखनऊ, 29 जुलाई । उप्र विधानसभा का मानसून सत्र प्रारंभ होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इसी क्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीडीए को धोखा करार दिया है। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद के इस हमले का नव नियुक्ति नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने पलटवार किया है।
दरअसल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने नेता प्रतिपक्ष समेत नये बनाए गए सपा के विधानसभा के पदाधिकारियों को लेकर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को नये पदाधिकारियों को लेकर पिछड़ों, दलित व अल्पसंख्यक (पीडीए) को लेकर आड़े हाथों लिया है। उन्होंने नये पदाधिकारियों में पिछड़ों और दलितों की शामिल न किए जाने पर अखिलेश के पीडीए दावों को धोखा बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि सपा अध्यक्ष ने पिछड़ों—दलितों को धोखा दिया है। सपा का पीडीए का मतलब धोखा है।
उपमुख्यमंत्री के सोशल मीडिया एक्स पर इस पोस्ट के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए माता प्रसाद पांडेय ने पलटवार करते हुए कहा कि आप (केशव प्रसाद मौर्य) घबराइए नहीं, हम पीडीए की लड़ाई लड़ते रहेंगे। सदन में माता प्रसाद पांडेय ने समस्याओं पर चर्चा की बात कही
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने आज से प्रारंभ हुए विधानसभा मानसून सत्र को लेकर कहा कि मैं विधानसभा में इस सरकार द्वारा उपेक्षित, वंचित लोगों के मुद्दों को उठाने की पूरी कोशिश करूंगा। हम सभी मुद्दों को उठाएंगे चाहे वह बिजली का मामला हो, कानून व्यवस्था का मामला हो या शासन का। हमने अनुरोध किया था कि सत्र को पांच दिन और बढ़ाया जाए। अब सरकार तय करती है कि सदन कितने दिन का होगा। लेकिन हम इसे आगे भी जारी रखने की कोशिश करेंगे ताकि सभी समस्याओं पर चर्चा हो सके।