संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी ने शनिवार को प्रदेश की राजधानी स्थित हजरतगंज में गांधी प्रतिमा के समीप सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह की अनैतिक और अलोकतांत्रिक गिरफ्तारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक पूर्वाग्रह के तहत संजय सिंह को गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तार किए जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
इस दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पदाधिकारी व पुलिस के बीच काफी नोक झोंक के बाद लखनऊ पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर ईको गार्डन पार्क ले जाया गया। जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने संजय सिंह की गिरफ्तारी को अनैतिक बताते हुए केंद्र सरकार के तानाशाही पूर्ण रवैये की गहरी निंदा की व सरकार को चेतावनी देते हुए यह कहा कि यदि संजय सिंह को रिहा नहीं किया गया तो हम पूरे देश में इस अन्याय के खिलाफ आम आदमी की आवाज को बुलंद करेंगे।
शेखर दीक्षित ने पत्रकारों से बताया कि वर्तमान समय में स्वतंत्र संस्थाओं पर सत्ताधारी बीजेपी का गहरा हस्तक्षेप है। उन्होंने ईडी़ सीबीआई और आईटी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब संस्थाएं आज केंद्र सरकार के इशारे पर कार्य कर रही हैं और विपक्ष के नेताओं को पूरे देश में फर्जी केसों में परेशान किया जा रहा है व जेल में डालने का कार्य किया जा रहा है जिसकी हम कड़ी भर्त्सना करते हैं।
जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि फर्जी शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्तों ने 14 बार ईडी को बयान दिए लेकिन उन बयानों में कभी संजय सिंह का नाम नहीं लिया । सांसद संजय सिंह कोई अंजान व्यक्ति नहीं है, क्या अभियुक्त को इतनी बार बयान देते हुए सांसद संजय सिंह का नाम याद नहीं आया? अचानक से ईडी द्वारा अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से सांसद संजय सिंह के खिलाफ बयान दिलवाया गया। महीने भर के अंदर अभियुक्त को जमानत मिल गई और ईडी ने उसकी जमानत का कोई विरोध नहीं किया। जमानत के कुछ दिन बाद ही उसको सरकारी गवाह बना दिया गया।
इस मौके पर नीरा सक्सेना, डॉ. राजेश आर्य, रेखा चतुर्वेदी, राजेश पांडे, शहंशाह हुसैन, अंकित परिहार अगस्टिन क्राउदर (जॉनी), प्रियंका श्रीवास्तव, रानी कुमारी, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बन खरे, धीरज कुमार शर्मा, साहिल अंसारी, नीरज गुप्ता, धर्मेंद्र सिंह, दीपक मौर्य, अभिषेक सिंह, इरम रिजवी, कायनात सिद्दीकी, पीके बाजपेई, मुकेश शुक्ला ज्ञान सिंह सहित सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।




