• April 19, 2025

उत्तर प्रदेश मौसम अपडेट: पूर्वांचल और पश्चिम में बारिश-वज्रपात का अलर्ट, बुंदेलखंड में लू की चेतावनी, झांसी रहा सबसे गर्म

लखनऊ, 18 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के लिए अलग-अलग मौसम चेतावनियां जारी की हैं। जहां पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश और वज्रपात का अलर्ट है, वहीं बुंदेलखंड क्षेत्र में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। झांसी, जो हाल के दिनों में प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा, वहां तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यह मौसमी बदलाव केवल जनजीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि किसानों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए भी चिंता का विषय बन रहा है।
पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी में बारिश और वज्रपात का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय हो रहा है, जिसके प्रभाव से पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 18 से 20 अप्रैल तक बारिश और आंधी की संभावना है। पूर्वांचल के जिलों जैसे वाराणसी, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, और बलरामपुर में गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और वज्रपात की आशंका भी जताई गई है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, मथुरा, और आगरा जैसे जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश और धूल भरी आंधी की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि यह मौसमी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं के मेल से हो रहा है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने और खुले स्थानों पर वज्रपात के दौरान रहने की सलाह दी है।
लखनऊ में भी मौसम का मिजाज बदल रहा है। राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में लखनऊ और आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई है। यह बारिश गर्मी से कुछ राहत दे सकती है, लेकिन उमस बढ़ने की भी आशंका है।
बुंदेलखंड में लू का कहर, झांसी सबसे गर्म
जबकि प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश राहत की उम्मीद जगा रही है, बुंदेलखंड क्षेत्र भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। झांसी, हमीरपुर, महोबा, जालौन, और ललितपुर जैसे जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है। मंगलवार को झांसी में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे अधिक था। मौसम विभाग ने 8 और 9 अप्रैल को इन जिलों में लू की चेतावनी जारी की थी, और अगले कुछ दिनों तक यह स्थिति बनी रहने की संभावना है।
झांसी में न्यूनतम तापमान भी 20.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से काफी अधिक है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है, क्योंकि लोग तेज धूप और गर्म हवाओं से बचने के लिए घरों में रहना पसंद कर रहे हैं। स्वास्थ्य विशेष seals ने लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहर निकलने, पर्याप्त पानी पीने, और हल्के कपड़े पहनने की सलाह दी है।
किसानों पर दोहरी मार
मौसम का यह मिलाजुला असर किसानों के लिए चुनौती बन रहा है। पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी में बारिश और वज्रपात से फसलों को नुकसान होने की आशंका है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां गेहूं की कटाई और भंडारण का कार्य चल रहा है। दूसरी ओर, बुंदेलखंड में लू और शुष्क मौसम के कारण फसलों को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन वज्रपात और तेज हवाएं फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित स्थानों पर भंडारित करें और बारिश के दौरान खेतों में रहें।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सावधानियां
मौसम विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से मौसमी बदलावों के प्रति सतर्क रहने की अपील की है। लू से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है:
  • पर्याप्त जलपान: दिनभर में खूब पानी, नींबू पानी, और ओआरएस का सेवन करें।
  • धूप से बचाव: छाता, टोपी, या स्कार्फ का उपयोग करें और धूप में कम से कम समय बिताएं।
  • हल्के कपड़े: सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें, जो त्वचा को ठंडक प्रदान करें।
  • वज्रपात से सावधानी: बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे या खुले मैदानों में रहें।
वज्रपात के खतरे को देखते हुए, मौसम विभाग ने लोगों से बिजली के उपकरणों का उपयोग करने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 19 और 20 अप्रैल को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और आंधी की संभावना बनी रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है, जबकि पश्चिमी यूपी और बुंदेलखंड में गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्थिति उच्च दबाव क्षेत्र और शुष्क हवाओं के कारण उत्पन्न हो रही है। हालांकि, 21 अप्रैल के बाद एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे बारिश का एक नया दौर शुरू हो सकता है।
Digiqole Ad

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *