जानें आखिर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ क्यों एक्शन नहीं ले रही BJP
लखनऊ: देश की राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह के खिलाफ देशभर के पहलवान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। महिला कुश्ती पहलवानों के यौन शोषण मामले में दिल्ली पुलिस उन पर एफ आई आर दर्ज करने जा रही है भारत के सॉलिसिटर जनरल ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के दौरान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ f.i.r. करने के लिए दिल्ली पुलिस को आदेश दिया।
बता दें कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ जनवरी में इसी साल मुद्दा उठा था और तभी पहलवान धरने पर बैठे थे से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन्होंने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष की क्लास सीधे-सीधे आरोप लगाए थे। वहीं पर वनों के समर्थन में और भी आवाजें उठने लगी तो सरकार ने जांच समिति गठित करके कार्रवाई का आश्वासन दिया था लेकिन 3 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी समितियां गठित होने और उनके खिलाफ कोई कार्यवाही ना होने के चलते देश भर के किसान एक बार फिर धरने पर बैठ गए।
ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि भारतीय जनता पार्टी पर ऐसी क्या मजबूरी है कि वह बृजभूषण शरण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है। बता दें कि जो लोग बृजभूषण शरण के राजनीतिक वजूद को समझते हैं वह जानते हैं कि उसके पीछे भाजपा की क्या मजबूरियां हो सकती हैं।
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आपको बता दें कि बृजभूषण शरण कैसरगंज सीट से सांसद है और वह उस क्षेत्र की 4 संसदीय सीटों पर अच्छा खासा दबाव रखते हैं। वही देश में आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने नुकसान को ना उठाते हुए उन पर कोई कार्यवाही नहीं करना चाहती है पार्टियां जानती है कि यदि उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई की जाती है तो उनको उत्तर प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव में काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
वही बताया जा रहा है कि बीजेपी उन सीटों की जीतने की तैयारी कर रही है जहां समाजवादी पार्टी का अच्छा खासा दबदबा है अगर ऐसे में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई सख्त एक्शन होता है या पार्टी से बाहर किए जाते हैं तो अवध क्षेत्र की कई सीटों पर पार्टी के लिए मुश्किल आ सकती है और उस क्षेत्र की कई सीटें भाजपा के हाथ से जा सकती हैं।