महिलाओं को 15 सितम्बर से ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ उपलब्ध कराएगी बिहार पुलिस : निर्मल आजाद
पटना, 28 अगस्त । अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं एवं वितंतु) निर्मल कुमार आजाद ने बुधवार को कहा कि त्योहारी सत्र के शुरू होने से पहले ही बिहार पुलिस राज्य की महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ की शुरुआत पांच सितंबर से करेगी। यह सुविधा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य के 06 जिले पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगूसराय एवं नालन्दा में शुरू होगी। इसे 15 सितम्बर से पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।
निर्मल कुमार आजाद ने पुलिस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश की महिलाएं अपने घर से बाहर कहीं भी, कभी भी बिहार पुलिस की मदद से सुरक्षित यात्रा कर सकती हैं। अपनी यात्रा के दौरान महिलायें सीधे 112 पर कॉल कर 24X7 निःशुल्क सेवा प्राप्त कर सुरक्षित गंतव्य स्थान तक पहुंच सकेंगी। उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस सप्ताह में पांच प्रण लिये गये थे, जिसमें महिला अपराध के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस भी है। सुरक्षा एवं पुलिस महानिदेशक ने ‘निडर नारी’ का कॉनसेप्ट दिया था, जिसके तहत राज्य भर में महिलाओं के साथ यदि कोई भी व्यक्ति किसी तरह का दुर्व्यवहार या अपराध करता है तो ऐसी स्थिति में पुलिस की त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। सुरक्षित सफर सुविधा ‘निडर नारी” के कॉनसेप्ट को पूर्ण रूप से लागू करने में अपनी अहम भूमिका निभायेगा।
निर्मल आजाद ने कहा कि बिहार में अब तक डायल 112 के माध्यम से आपातकालीन पुलिस सहायता, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस जैसी सेवाएं मिलती आ रही हैं। अब तकनीकी एजेन्सी के सहयोग से डायल 112 का विस्तार किया जा रहा है। डायल 112 सेवा में राज्य की महिलाओं के लिए ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ को जोड़ा गया है, जो पूरी तरह से निःशुल्क है। इस पूरे प्रोजेक्ट में सी-डीएसी तकनीकी सहायता प्रदान करेगी।
नियमित अंतराल पर सुरक्षा का जायजा लेगी डायल 112 की टीम
यात्रा के दौरान महिलाएं 112 पर कॉल कर इस सुविधा का अनुरोध करती हैं तब डायल 112 की टीम के द्वारा उनकी यात्रा को डिजिटली मॉनिटर किया जाएगा। गंतव्य स्थान पर पहुंचने तक नियमित अंतराल पर डायल 112 की टीम कॉल कर उस महिला की सुरक्षा का जायजा लेती रहेगी। यदि महिलाएं किसी तरह की चिन्ता व्यक्त करती हैं या फिर डायल 112 टीम की कॉल का तत्क्षण उत्तर नहीं दे पाती हैं, तो डायल 112 की ईआरवी (इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल) गाड़ी/थानों की गाड़ी की सहायता से उन तक तत्काल मदद पहुंचाई जाएगी। गंतव्य स्थान पर सुरक्षित पहुंचने के पश्चात उनसे फीडबैक भी लिया जायेगा ताकि इस सुविधा को और बेहतर किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा, दीपावली, छठ के अवसर पर महिलाओं का आवागमन बढ़ जाता है। पर्व-त्योहारों की खरीदारी को लेकर महिलाएं देर रात तक यात्रा करती हैं। ऐसे में बिहार पुलिस महिलाओं को ‘सुरक्षित सफर सुविधा’ उपलब्ध करा रही है ताकि वे घर के बाहर भी सुरक्षित महसूस करने के साथ हर्षोल्लास के साथ त्योहार मना सकें।