एक्सटेंडेड पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आज लगेंगे स्वास्थ्य शिविर
गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत आज (सोमवार को) को जिले की 64 स्वास्थ्य संस्थाओं में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में गर्भावस्था की दूसरी एवं तीसरी तिमाही की महिलाओं की जांच कर हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन किया जाएगा। इन जागरूकता एवं जांच शिविरों में गर्भावस्था के गंभीर लक्षणों की जानकारी भी दी जाएगी।
जनसम्पर्क अधिकारी अरुण शर्मा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और प्रसवोत्तर महिलाओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य की आवश्यकता को देखते हुए इन शिविरों में मानसिक स्वास्थ्य परामर्श एवं स्क्रीनिंग भी की जाती है। मानसिक समस्याओं के लिए गर्भवती महिलाओं एवं उनके परिजनों को लक्षणों की पहचान एवं उसके उपचार के संबंध में परामर्श दिया जा रहा है। एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में अभियान में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और मेडिकल कॉलेज को भी शामिल किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के मैदानी कार्यकर्ता जैसे आशा, ए एन एम द्वारा गर्भवती महिलाओं को परामर्श एवं जांच के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में लाया जाता है। जहां पर चिकित्सकों द्वारा महिलाओं में गर्भावस्था के गंभीर लक्षणों की पहचान कर सलाह एवं दवाइयां दी जाती हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने कहा कि गर्भावस्था में एनीमिया, गर्भावस्था जनित उच्च रक्तचाप, गर्भावस्था जनित डायबिटिज़, पूर्व में ऑपरेशन द्वारा प्रसव इत्यादि लक्षण होने पर हाईरिस्क प्रेगनेंसी के रूप में चिन्हित किया जाता है। इन महिलाओं को विशेष चिकित्सकीय देखभाल एवं परामर्श की सेवाए प्रदान की जाती है।
शिविर में विशेषज्ञीय चिकित्सकीय परामर्श के साथ हीमोग्लोबिन, यूरिन एल्ब्युमिन, शुगर, मलेरिया, टीबी, हेपेटाईटिस, ओरल ग्लूकोज़ टेस्ट, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस की जांच की जाती है। चिकित्सकीय परामर्श अनुसार सोनोग्राफी एवं थायराईड की जांच भी की जाती है।




