लखनऊ में नर्स के बेटे ने डॉक्टर को जड़े थप्पड़: पति से धक्का-मुक्की, ड्यूटी के दौरान प्रताड़ना का आरोप, स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की जांच
लखनऊ/ 14 अगस्त : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में 13 अगस्त 2025 को एक सनसनीखेज घटना ने हड़कंप मचा दिया। ड्यूटी पर तैनात CHC अधीक्षक डॉ. विनय सिंह को सीनियर नर्स इंचार्ज कुसुमलता सेंगर के वकील बेटे ने सरेआम थप्पड़ जड़ दिए। आरोप है कि डॉ. विनय सिंह ने नर्स को ड्यूटी के दौरान प्रताड़ित किया, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। इस घटना के बाद नर्स के पति और बेटे ने डॉ. सिंह के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने ले जाकर बयान दर्ज किए, और स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। आइए, इस घटना की पूरी कहानी और इसके पीछे के तथ्यों को जानते हैं।
घटना का विवरण
13 अगस्त 2025 की सुबह अलीगंज CHC में अधीक्षक डॉ. विनय सिंह अपने रूटीन निरीक्षण पर थे। इस दौरान उनकी सीनियर नर्स इंचार्ज कुसुमलता सेंगर के साथ किसी विभागीय मुद्दे पर बहस हो गई। यह बहस इतनी तीखी हो गई कि नर्स की तबीयत बिगड़ गई। बताया जाता है कि उनका ब्लड प्रेशर कम हो गया और पेट फूलने की शिकायत के कारण उन्हें उसी CHC में भर्ती करना पड़ा। नर्स की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलते ही उनका पति और वकील बेटा अस्पताल पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बेटे ने गुस्से में आकर डॉ. विनय सिंह को थप्पड़ जड़ दिए और पति ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। इस घटना से CHC परिसर में अफरा-तफरी मच गई, और मरीजों व स्टाफ के बीच हड़कंप मच गया।
नर्स के बेटे का आरोप
ख़बरों के अनुसार नर्स के वकील बेटे ने अलीगंज थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि डॉ. विनय सिंह ने उनकी मां को ड्यूटी के दौरान बार-बार प्रताड़ित किया, जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ी। उन्होंने इसे मानसिक और व्यावसायिक उत्पीड़न का मामला बताया।
डॉ. विनय सिंह का पक्ष
डॉ. विनय सिंह ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक सामान्य विभागीय बहस थी, जो गलतफहमी के कारण बढ़ गई। उन्होंने पुलिस और लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) से इसकी शिकायत की। हालांकि, CMO डॉ. एनबी सिंह ने इस मामले में तुरंत कुछ कहने से इनकार करते हुए कहा कि दोनों पक्षों से बातचीत और जांच के बाद ही निष्कर्ष निकाला जाएगा।
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही अलीगंज थाने की पुलिस और महिला पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों को थाने ले जाया गया, जहां उनकी तहरीर दर्ज की गई। पुलिस ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की आंतरिक जांच के नतीजों के आधार पर कानूनी कार्रवाई होगी। अभी तक दोनों पक्षों से औपचारिक शिकायत पूरी तरह प्राप्त नहीं हुई है।
स्वास्थ्य विभाग की जांच
स्वास्थ्य विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है, जिसकी अगुआई डॉ. बैजनाथ यादव और डॉ. केडी मिश्रा करेंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। CMO ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की बात भी कही है।
