नई दिल्ली: राहुल ने सौंपा अपना आधिकारिक आवास, कहा- यह सच बोलने की कीमत
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गाँधी की सदस्य्ता जाने के बाद राहुल गाँधी कब केवल पार्टी के नेता है | बता दें कि सांसद के तौर पर राहुल गाँधी ने अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया है। अयोग्य ठहराए जाने के बाद अपना सरकारी आवास खाली करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के लोगों ने मुझे 19 साल तक यह घर दिया, मैं उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। यह सच बोलने की कीमत है। मैं सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं।
बता दें की जब राहुल गाँधी घर छोड़ रहे थे तब उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गाँधी वाड्रा, सोनिया गाँधी और किसी वेणुगोपाल मौजूद रहे | इस दौरान प्रियंका गाँधी ने कहा जो मेरा भाई कर रहा है वह सच है और सच को छिपाया नहीं जा सकता | उन्होंने सरकार के बारे में सच बोला, जिसका वह खामियाजा भुगत रहे हैं। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
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वहीँ पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के तुगलक लेन स्थित अपना सरकारी बंगला खाली करने पर कहा कि वे अब यह घर किसी को भी दे सकते हैं। जिस तरह से मोदी सरकार और अमित शाह राहुल गांधी को निशाना बना रहे हैं, वह पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध है।
लोकसभा सचिवालय को लिखे अपने पत्र में बंगला खाली करने पर राहुल गांधी ने सहमति जताते हुए लिखा- “पिछले चार बार से लोकसभा के निर्वाचित सदस्य के तौर पर यहां बिताए अपने समय की सुखद यादों के लिए एहसानमंद हूं। अपने अधिकारों के प्रति पक्षपात के बिना मैं निश्चित रूप से आपके पत्र में दिए विवरण का पालन करूंगा।”