हमीरपुर, 27 जुलाई । बुंदेलखंड में इस बार मूंग की बंपर पैदावार नहीं होगी। पिछले साल की तुलना में करीब पांच फीसदी हेक्टेयर का रकबा मूंग की खेती का बढ़ा है। सर्वाधिक मूंग की खेती बुंदेलखंड की वीरभूमि महोबा में अबकी बार होगी जिसकी बोआई भी अधिकांश इलाकों में हो चुकी है। बुंदेलखंड के हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट और आसपास के तमाम इलाकों में अब मूंग की खेती का लगातार दायरा बढ़ रहा है। खरीफ […]Read More
दलहन, तिलहन और सब्जियों का उत्पादन, भंडारण और विपणन संग
नई दिल्ली, 23 जुलाई केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए कृषि और कृषि से संबधित क्षेत्राें के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए। वित्त मंत्री ने कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के महत्व पर जोर देते हुए घोषणा की कि अनुसंधान और विकास पहलों के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराया जाएगा, विशेष रूप से दालों और तिलहनों के उत्पादन, […]Read More
Union Budget 2024 एक नज़र में देखें…… क्या खोया……….. क्या
प्रमुख बिन्दु – बजट 2024-25 भारत के लोगों ने माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में अपना विश्वास व्यक्त किया है और उनके नेतृत्व वाली इस सरकार को ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल के लिए पुनः चुना है। हमारी नीतियों के प्रतिउनके समर्थन, आस्था और विश्वास के लिए हम आभारी हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़संकल्प हैं कि सभी धर्म, जाति, लिंग और आयु के भारतीय अपने जीवन के लक्ष्यों और […]Read More
कृषि उत्पादों के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखना होगा :
-प्राकृतिक खेती को समर्पित यूपी में जल्द एक कृषि विश्वविद्यालय होगा लखनऊ, 19 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश के एक राज्य में कृषि कार्य में अत्यधिक फर्टिलाइजर के उपयोग का हश्र ये हुआ कि आज वहां से ‘कैंसर ट्रेन’ चलानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि हरित क्रांति से कृषि उत्पादन जरूर बढ़ा, मगर ये अधूरा सच है। आज फर्टिलाइजर की अधिकता के कारण एक ‘धीमा जहर’ हमारी […]Read More
किसान खरीफ फसलों का बीमा 31 जुलाई तक करा सकेंगे
रायपुर, 14 जुलाई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत किसानों के फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2024 निर्धारित की गई हैं। योजना में धान सिंचित, धान असिंचित फसलों, उड़द, मूंग, मूंगफली, कोदो, कुटकी, मक्का, अरहर /तुअर, रागी एवं सोयाबीन को शामिल किया गया है। इस योजना से किसानों को प्रतिकूल मौसम सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मौसम […]Read More
