गोवंश के लिए आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायें – पशुधन मंत्री
लखनऊ, 10 जुलाई उत्तर प्रदेश में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि विभागीय अधिकारी विशेष रुप से निराश्रित गोवंश का ध्यान रखें। गौ आश्रय स्थलों में गोवंश हेतु टीन शेड, चारा-भूसा, पानी, प्रकाश एवं वर्षा ऋतु व बाढ़ की संभावना के दृष्टिगत आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जायें। गोवंश को भीगने से बचाव हेतु टीनशेड की व्यवस्था की जाये और खड़ंजा लगाया जाए।
विधान भवन स्थित अपने कार्यालय में बुधवार काे पशुधन मंत्री धर्मपाल ने कहा कि गोवंश के लिए पौष्टिक चारे की उपलब्धता के लिए गोचर भूमि एवं ग्राम समाज की भूमि पर चारा बोया जाए। वर्षा ऋतु के दृष्टिगत नेपियर घास लगाई जाए। कृषि विभाग से समन्वय स्थापित कर उन्नत किस्म का चारा बोए जाने पर भी कार्य किया जाए। निराश्रित गोवंश खेतों या सड़कों पर विचरण करते न दिखाई दें। इसलिए अधिकारी निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थलों पर पहुचाये जाने के लिए निरन्तर प्रयास करें।
पशुधन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि निराश्रित गोवंश को गो आश्रय स्थल तक पहुंचाने, बरसात से बचाव हेतु गोशालाओं की सुविधाओं, कब्ज़ा मुक्त गोचर भूमि, हरा चारा उत्पादन तथा वृहद गोसंरक्षण केंद्रों के निर्माण कार्य सहित प्रमुख कार्यो को करना है। गो संरक्षण केंद्रों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखे तो संक्रामक रोगों से बचाव हेतु आवश्यक दवाइयों एवं वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
समीक्षा बैठक में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव रविन्द्र, विशेष सचिव देवेन्द्र पांडे, पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. रघुनाथ सिंह, निदेशक रोग नियंत्रण प्रक्षेत्र डॉ. पीएन सिंह, अपर निदेशक डॉ. जयकेश कुमार पाण्डेय, अपर निदेशक डॉ. अरविन्द कुमार सिंह तथा एलडीबी के कार्यकारी अधिकारी डॉ. नीरज गुप्ता सहित अधिकारीगण मौजूद रहें।