पंजाब नेशनल बैंक में हुई लूट का पर्दाफाश, सेना से निकाले गए फौजी ने दिया वारदात को अंजाम
इंदौर, 17 जुलाई। शहर के विजयनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पंजाब नेशनल बैंक की स्कीम-54 स्थित शाखा में हुई 6.64 लाख रुपये की लूट का पर्दाफाश हो गया है। सेना से निकाले गए फौजी ने इस वारदात को अंजाम दिया है। वह बैंक में सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी करता है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित के घर छापा मारकर लगभग तीन लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार हो गया था। पुलिस अब मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश में जुटी है।
दरअसल, विजयनगर इलाके के स्कीम-54 में सिक्का स्कूल के सामने स्थित पीएनबी बैंक में मंगलवार शाम करीब 4:41 बजे रेनकोट और मुंह पर नकाब पहन कर पहुंचे बदमाश ने गोली चलाकर कैश काउंटर पर बैठी महिला कर्मचारी से 6.64 लाख रुपये ैक में भरवाए और भाग निकला। विजयनगर, एमआईजी, लसूड़िया थाना की पुलिस और अपराध शाखा की आठ से ज्यादा टीमें जांच में जुटी थी। पुलिस ने बैंक के अंदर के फुटेज निकाले, तो रेनकोट पहना लुटेरा नजर आया। पुलिस ने फुटेज से कड़ियां जोड़ना शुरू की और उसके आने व जाने का रोड़मैप तैयार किया। आरोपित बापट चौराहा की तरफ से आता हुआ दिखाई दिया। इससे स्पष्ट हो गया कि वह हीरानगर या बाणगंगा क्षेत्र का रहने वाला है। पुलिस ने जाने के फुटेज खंगाले तो शीतल नगर की तरफ जाते हुए दिखाई दिया। इसके बाद वह श्यामनगर (हीरानगर) में घुस गया। इसी से अहम सुराग हाथ लगा और पुलिसकर्मियों ने रात में ही श्यामनगर में डेरा डाल दिया। पुलिस ने बुधवार तड़के अरुण के घर पर छापा मारा तो वह फरार मिला। पुलिस को तीन लाख रुपये के आसपास की राशि घर में मिल गई। पुलिस ने अरुण के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो राजगढ़ के आसपास की मिली। एक टीम राजगढ़ भी भेजी गई है।
पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि बैंक लूटने वाले गार्ड का नाम अरुण कुमार सिंह है। वह 1999 से 2006 तक सेना में रह चुका है। शराबखोरी और स्वास्थ्य के कारणों से अरुण को सेना से बाहर कर दिया था। इसके बाद अरुणसिंह सिक्योरिटी गार्ड बन गया। बैंक ऑफ इंडिया की पलासिया ब्रांच पर भी नौकरी कर चुका है। इसी वजह से उसे बैंक की गतिविधियों के बारे में जानकारी रही होगी। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा का रहने वाला है।
उन्होंने बताया कि लूट की घटना के बाद पुलिस ने बैंक परिसर को सील कर दिया था। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो बदमाश खाली खोल संभालते हुए नजर आ गया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह ने उसी से स्पष्ट कर दिया कि घटना में रिटायर्ड सैन्यकर्मी या सिक्युरिटी गार्ड है। इसके बाद पुलिस ने सिक्युरिटी एजेंसी संचालकों से जानकारी लेकर मोहर लगा दी। फिलहाल पुलिस आरोपित की गिफ्तारी की कोशिश में लगी है।



