• March 15, 2025

नक्सलियों के केंद्रिय कमेटी ने 1 जुलाई को विश्व कगार विरोधी दिवस मनाने जारी किया प्रेस नोट

 नक्सलियों के केंद्रिय कमेटी ने 1 जुलाई को विश्व कगार विरोधी दिवस मनाने जारी किया प्रेस नोट

जगदलपुर, 25 जून। नक्सलियों के केंद्रिय कमेटी के प्रवक्ता अभय के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति एवं नक्सलिसों के पोलित ब्यूरो प्रमुख आनंद उर्फ़ कटकम सुदर्शन की मौत की जानकारी का एक बुकलेट जारी किया है। जिसमें माओवादियों के केंद्रीय कमेटी ने 32 पन्नों में पोलित ब्यूरो प्रमुख आनंद की पूरे जीवन इतिहास की प्रशंसा करते हुए, आनंद उर्फ़ कटकम सुदर्शन की मौत की जानकारी दी है।

नक्सलियों द्वारा यह प्रेस नोट विगत 15 जून को जारी किया गया है। जिसमें पहले पन्ने में लिखा गया है कि लंबे समय से आनंद को सांस, शुगर और ब्लड प्रेशर की बीमारियां थी, और अंत में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई है। जिस काल्पनिक तारीख का ज़िक्र माओवादियों ने उनकी मौत को लेकर किया है, वह तारीख 31 मई 2023 बताई गई है। जबकि आनंद को समर्पित यह बुकलेट इसी साल के मई महीने में जारी की गई है। इसके अलावा माओवादियों ने एक प्रेस नोट जारी किया है, जिसमें उन्होंने “विश्व कगार विरोधी दिवस” का जिक्र करते हुए 1 जुलाई 2024 के दिन इसे मनाने की बात लिखी है।

इस बार जारी प्रेस विज्ञप्ति में माओवादियों ने “अंतरराष्ट्रीय भाईचारा कमेटी” नाम का ज़िक्र किया है, इस कमेटी का ज़िक्र माओवादियों ने पहली बार किसी प्रेस नोट में किया है। इस प्रेस नोट में इटली में संपन्न जी 7 समूह के सम्मेलन का भी ज़िक्र करते हुए लिखा गया है कि इस दौरान ऑपरेशन कगार विरोधी रैली का आयोजन भी किया गया था। इसके ठीक पहले माओवादियों के केंद्रीय कमेटी लिखती है कि अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कुछ देश भारत सरकार से ये मांग भी कर रहे हैं कि वह ऑपरेशन कगार पर रोक लगाए। केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने मुठभेड़ों को सीधे तौर पर नरसंहार कहते हुए अलग-अलग घटनाओं में मारे जाने वाले नक्सली सदस्यों को 125 से अधिक क्रांतिकारी जनता कहा है। छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से शांतिवार्ता की बात छल कपट बताया है। कगार सैनिक हमलों के खिलाफ या विरोध करने वालों को केंद्रीय कमेटी की तरफ से लाल सलाम कहा गया है।

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