यूपी में मौसम का हाल: चिलचिलाती धूप ढाएगी कहर या मिलेगी राहत? जानें आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
लखनऊ, 2 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश में अप्रैल की शुरुआत के साथ ही मौसम ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जहां मार्च के अंत में ठंडी हवाओं और हल्की बारिश ने लोगों को राहत दी थी, वहीं अब गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, आने वाले दिनों में राज्य के ज्यादातर हिस्सों में चिलचिलाती धूप और बढ़ता तापमान लोगों के लिए चुनौती बन सकता है। हालांकि, कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना भी जताई जा रही है, जो गर्मी से थोड़ी राहत दे सकती है। आइए जानते हैं कि यूपी का मौसम आने वाले दिनों में कैसा रहेगा और इससे जनजीवन पर क्या असर पड़ सकता है।
अप्रैल में गर्मी की शुरुआत
उत्तर प्रदेश में अप्रैल का महीना आमतौर पर गर्मी की शुरुआत का संकेत देता है। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार राज्य में औसत से अधिक तापमान रहने की संभावना है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा और वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों में तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। पश्चिमी यूपी के कुछ इलाकों में यह 42 डिग्री तक भी जा सकता है। मार्च के अंत में जहां न्यूनतम तापमान 18-20 डिग्री के आसपास था, वहीं अब यह 23-25 डिग्री तक पहुंच गया है। दिन के समय चिलचिलाती धूप और गर्म हवाएं लोगों को परेशान कर रही हैं।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार गंगा के मैदानी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) का प्रभाव कमजोर पड़ रहा है, जिसके चलते बारिश की संभावना कम है। इसके बजाय, राजस्थान और मध्य भारत से आने वाली गर्म हवाएं यूपी में तापमान को बढ़ा रही हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अप्रैल के मध्य तक हीट वेव (लू) की स्थिति बन सकती है, खासकर बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के जिलों में।
कब मिलेगी राहत?
हालांकि गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन मौसम विभाग ने कुछ राहत की उम्मीद भी जताई है। 3 और 4 अप्रैल को पूर्वी यूपी के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना है। गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़ और वाराणसी जैसे जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के हल्के प्रभाव से मौसम में बदलाव आ सकता है। इस दौरान तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट हो सकती है और लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया, “3 अप्रैल को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित कर सकता है। इससे पूर्वी यूपी में हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। लेकिन यह प्रभाव ज्यादा मजबूत नहीं होगा, इसलिए गर्मी पूरी तरह से कम नहीं होगी।” पश्चिमी यूपी में हालांकि बारिश की संभावना न के बराबर है, और वहां धूप और गर्मी का कहर जारी रह सकता है।

हीट वेव की चेतावनी
मौसम विभाग ने अप्रैल के दूसरे हफ्ते से हीट वेव की चेतावनी जारी की है। खासकर झांसी, बांदा, हमीरपुर, मथुरा, आगरा और फिरोजाबाद जैसे जिलों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहने की संभावना है। इन इलाकों में गर्म और शुष्क हवाएं चलेंगी, जिससे लू की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, जिसमें दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में बाहर न निकलना, पर्याप्त पानी पीना और हल्के कपड़े पहनना शामिल है।
लखनऊ में मौसम विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के अनुसार, राज्य में औसत अधिकतम तापमान अप्रैल में 38-40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री के बीच रह सकता है। अगर बारिश का कोई मजबूत सिस्टम नहीं आया, तो मई तक यह स्थिति और गंभीर हो सकती है।
जनजीवन पर असर
बढ़ती गर्मी का असर यूपी के जनजीवन पर साफ दिख रहा है। सुबह 10 बजे के बाद सड़कों पर भीड़ कम हो रही है और लोग घरों में रहना पसंद कर रहे हैं। किसानों के लिए भी यह चिंता का विषय है, क्योंकि रबी की फसल कटाई का समय चल रहा है। गर्मी और शुष्क मौसम से फसलों को नुकसान होने की आशंका है। गोरखपुर के किसान रामनाथ यादव ने कहा, “पिछले हफ्ते बारिश हुई थी, जिससे खेतों में नमी थी। लेकिन अब धूप तेज हो गई है, अगर ऐसा ही रहा तो फसल सूख सकती है।”
शहरों में बिजली की मांग बढ़ने से बिजली कटौती की समस्या भी शुरू हो गई है। लखनऊ और कानपुर जैसे शहरों में दिन में कई घंटों की कटौती की शिकायतें मिल रही हैं। लोग कूलर और एसी का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं, जिससे बिजली विभाग पर दबाव बढ़ गया है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
गर्मी के साथ-साथ स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और पेट से जुड़ी बीमारियां इस मौसम में आम हो सकती हैं। लखनऊ के केजीएमयू के डॉ. संजय मिश्रा ने बताया, “पिछले कुछ दिनों में हीट स्ट्रोक और पानी की कमी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को।” उन्होंने सलाह दी कि दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी पीना जरूरी है और बाहर निकलते वक्त सिर को ढककर रखें।
सरकार और प्रशासन की तैयारी
यूपी सरकार ने बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट जारी किया है। सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को हीट वेव से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सड़कों पर पानी के टैंकरों से छिड़काव और सार्वजनिक स्थानों पर छांव की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा, “गर्मी से बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। लोगों से अपील है कि सावधानी बरतें और जरूरत पड़ने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।”
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 3 से 5 अप्रैल तक पूर्वी यूपी में हल्की बारिश और बादल छाए रह सकते हैं, जिससे तापमान में मामूली कमी आएगी। लेकिन 6 अप्रैल के बाद फिर से गर्मी बढ़ने की संभावना है। पश्चिमी यूपी में पूरे हफ्ते धूप और शुष्क मौसम बना रहेगा। अप्रैल के अंत तक तापमान 42-44 डिग्री तक पहुंच सकता है, और मई में यह और बढ़ेगा।
