• April 18, 2025

यूपी: पूर्वांचल में आज छाए रहेंगे बादल, पश्चिम के 17 जिलों में लू का अलर्ट; एक झटके में छह डिग्री चढ़ा पारा

लखनऊ, 9 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदलता नजर रहा है। जहां एक ओर पूर्वांचल के इलाकों में आज बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई जा रही है, वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में भीषण गर्मी और लू का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में तापमान में अचानक छह डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसने लोगों को गर्मी की चपेट में ला दिया है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जुड़ा हुआ है, जो अगले तीन-चार दिनों तक मौसम को प्रभावित कर सकता है।
पूर्वांचल में बादल और बूंदाबांदी की संभावना
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में आज मौसम में कुछ राहत मिलने के आसार हैं। गोरखपुर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर और बस्ती जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण है, जो उत्तर-पश्चिमी हवाओं के साथ मिलकर मौसम में नमी ला रहा है। हालांकि, यह बारिश बहुत भारी नहीं होगी, लेकिन गर्मी से परेशान लोगों के लिए यह राहत की सांस लेकर सकती है।
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया, “पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूर्वांचल में बादल छाए रहेंगे और कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। यह स्थिति अगले 24 से 48 घंटों तक बनी रह सकती है।” उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान हवा की गति 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है, जो मौसम को थोड़ा सुहावना बना सकती है।
पश्चिमी यूपी में लू का कहर
दूसरी ओर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में मौसम विभाग ने लू की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, अमरोहा और संभल शामिल हैं। यहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है और अगले कुछ दिनों में यह 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर दोपहर के समय बाहर निकलने से बचने के लिए।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में पश्चिमी यूपी में तापमान में छह डिग्री की उछाल देखी गई है। यह बढ़ोतरी शुष्क और गर्म हवाओं के कारण हुई है, जो उत्तर-पश्चिमी दिशा से रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों तक यह स्थिति बनी रह सकती है, जिसके बाद पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव इन इलाकों में भी कुछ राहत ला सकता है।
तापमान में अचानक वृद्धि का कारण
उत्तर प्रदेश में तापमान में इस अचानक बढ़ोतरी का कारण मौसमी बदलाव और हवा के पैटर्न में परिवर्तन को माना जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल के शुरुआती दिनों में सामान्य से अधिक तापमान की भविष्यवाणी पहले ही की गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति उच्च दबाव क्षेत्र और शुष्क हवाओं के कारण उत्पन्न हुई है। इसके अलावा, बादलों की कमी और तेज धूप ने भी तापमान को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
लखनऊ में भी तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है, जबकि न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे गर्मी का प्रकोप और बढ़ेगा।
लोगों पर असर और सावधानियां
पश्चिमी यूपी में लू की चेतावनी के बाद स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और थकान जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें, हल्के रंग के कपड़े पहनें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
लखनऊ के रहने वाले रमेश कुमार ने बताया, “पिछले दो दिनों से गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। घर में भी पंखे से राहत नहीं मिल रही। बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।” वहीं, पूर्वांचल के गोरखपुर में रहने वाली संगीता देवी ने कहा, “यहां बादल छाए हुए हैं, लेकिन उमस बहुत ज्यादा है। बारिश हो जाए तो शायद कुछ राहत मिले।”
मौसम का आर्थिक प्रभाव
इस मौसम का असर सिर्फ लोगों की दिनचर्या पर ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। पश्चिमी यूपी में गर्मी के कारण मजदूरों और किसानों को काम करने में दिक्कत हो रही है। खेतों में फसलों को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है, क्योंकि इस समय कई इलाकों में सिंचाई की जरूरत बढ़ गई है। वहीं, पूर्वांचल में हल्की बारिश से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन भारी बारिश होने के कारण किसानों को अभी भी चिंता बनी हुई है।
अगले कुछ दिनों का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन-चार दिनों तक मौसम में यह मिला-जुला प्रभाव बना रहेगा। पश्चिमी यूपी में 10 और 11 अप्रैल को भी लू की स्थिति बनी रह सकती है, लेकिन 12 अप्रैल से पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में हल्की गिरावट और बादल छाने की संभावना है। वहीं, पूर्वांचल में 10 अप्रैल तक हल्की बारिश के आसार हैं, जिसके बाद मौसम शुष्क हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अप्रैल से जून तक उत्तर प्रदेश सहित पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। इस दौरान लू के दिन भी सामान्य से ज्यादा रह सकते हैं। उत्तर प्रदेश में आमतौर पर अप्रैल से जून के बीच 4 से 7 दिन लू चलती है, लेकिन इस बार यह संख्या 10 से 11 दिन तक हो सकती है।
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