• March 13, 2025

यूपी: बेसिक शिक्षकों को होली का तोहफा, जिले के अंदर परस्पर तबादले का आदेश जारी; 18 मई तक पूरी होगी प्रक्रिया

13 मार्च 2025 उत्तर प्रदेश में होली के पर्व से पहले राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षकों को एक खुशखबरी दी है। राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए जिले के अंदर परस्पर तबादलों का आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत, शिक्षक एक-दूसरे से अपनी सहमति से स्थान बदल सकेंगे। यह प्रक्रिया 18 मई 2025 तक पूरी होने का लक्ष्य रखा गया है।

परस्पर तबादला नीति का उद्देश्य

इस आदेश का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के लिए एक लचीला और सुविधा जनक प्रणाली प्रदान करना है, जिससे उन्हें अपने व्यक्तिगत और पारिवारिक कारणों के आधार पर स्थान बदलने में सहुलत हो। इससे उन शिक्षकों को लाभ मिलेगा जो विभिन्न कारणों से अपने वर्तमान स्थान पर कार्य करने में असमर्थ हैं, जैसे पारिवारिक मजबूरियां, स्वास्थ्य समस्याएं या अन्य व्यक्तिगत कारण।

यूपी सरकार ने इस फैसले को लेकर आदेश जारी करते हुए यह स्पष्ट किया है कि यह तबादला केवल उन्हीं शिक्षकों के लिए होगा जो एक-दूसरे से सहमत हों और इसके तहत दोनों शिक्षक एक ही विद्यालय स्तर पर नियुक्त होंगे।

प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि जिले के भीतर शिक्षकों के परस्पर तबादले के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया अपनाई जाएगी। शिक्षकों को अपने सहकर्मी से स्थान परिवर्तन के लिए सहमति प्राप्त करनी होगी और दोनों शिक्षकों को इस संबंध में अपने विभागीय अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी।

तबादला प्रक्रिया की शुरुआत 1 मार्च 2025 से होगी, और सभी शिक्षकों को 18 मई 2025 तक अपना तबादला पूरी करने का समय मिलेगा। इस दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी तबादलों की समीक्षा की जाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी तबादला शर्तों के अनुरूप हों।

क्या है तबादला प्रक्रिया का लाभ?

  1. परिवारिक कारणों से लाभ: कई शिक्षक अपनी पारिवारिक जरूरतों के चलते स्थान परिवर्तन चाहते थे। अब उन्हें अपने परिवार के पास स्थानांतरण प्राप्त करने का मौका मिलेगा।

  2. स्वास्थ्य कारणों से राहत: कुछ शिक्षक स्वास्थ्य कारणों से स्थानांतरण चाहते थे, और अब उन्हें इस प्रक्रिया के तहत अपने स्वास्थ्य के अनुसार बेहतर स्थान पर कार्य करने का अवसर मिलेगा।

  3. शिक्षकों की कार्यक्षमता में सुधार:
    इस तबादला नीति से शिक्षकों के बीच एक नई ऊर्जा का संचार होगा, क्योंकि वे अपने मनपसंद स्थान पर काम करने के लिए उत्साहित होंगे, जिससे उनके कार्य प्रदर्शन में भी सुधार हो सकता है।

  4. शिक्षक-शिक्षिकाओं का मनोबल बढ़ेगा:
    तबादला नीति से शिक्षक और शिक्षिकाओं का मनोबल ऊंचा होगा, क्योंकि उन्हें यह महसूस होगा कि राज्य सरकार उनके व्यक्तिगत और पेशेवर मुद्दों को गंभीरता से ले रही है।

महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

  • तबादला प्रक्रिया पूरी करने के बाद, शिक्षक को तबादले की मंजूरी केवल उन्हीं मामलों में दी जाएगी जहां दोनों शिक्षक आपस में सहमत होंगे।
  • शिक्षकों को तबादला संबंधी आवेदन 18 मई 2025 से पहले सबमिट करने होंगे।
  • तबादला के बाद शिक्षक को विद्यालय में कार्यभार संभालने से पहले संबंधित विभाग से मंजूरी प्राप्त करनी होगी।
  • तबादला केवल उसी जिले के भीतर होगा, जिससे संबंधित शिक्षक पहले से ही नियुक्त हैं, यानी अंतरजिला तबादला नहीं होगा।

शिक्षक संघों की प्रतिक्रिया

इस आदेश के बाद शिक्षक संघों ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। शिक्षकों का कहना है कि यह एक सकारात्मक कदम है जो उनकी विभिन्न समस्याओं का समाधान करेगा। उनके अनुसार, कई शिक्षकों को परिवारिक, स्वास्थ्य या अन्य कारणों से स्थान परिवर्तन की आवश्यकता होती थी, और अब इस आदेश से वे अपने कार्यस्थल को बेहतर तरीके से चुन सकेंगे।

हालांकि, कुछ शिक्षक यह भी मानते हैं कि इस प्रक्रिया में पारदर्शिता की आवश्यकता है, ताकि कोई भी शिक्षक धोखाधड़ी से लाभ न उठा सके और सभी तबादला प्रक्रिया उचित तरीके से पूरी हो।

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