मुजफ्फरनगर, 3 मई 2025: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के साथ शुक्रवार को जन आक्रोश रैली में हुई धक्का-मुक्की और पगड़ी गिराने की घटना के विरोध में आज (3 मई 2025) सिसौली में एक विशाल महापंचायत आयोजित की जा रही है। इस महापंचायत में भाकियू के हजारों कार्यकर्ता, पदाधिकारी, और समर्थक पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, और राजस्थान से पहुंचे हैं। माहौल तनावपूर्ण है, और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। यह महापंचायत राकेश टिकैत के सम्मान और किसान एकता के मुद्दे पर केंद्रित है, साथ ही पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में भी चर्चा हो रही है।
महापंचायत की शुरुआत और प्रमुख बिंदु
मुजफ्फरनगर के सिसौली में भाकियू मुख्यालय पर सुबह से ही किसानों का जमावड़ा शुरू हो गया था। दोपहर में महापंचायत की औपचारिक शुरुआत हुई, जिसमें भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत, राकेश टिकैत, और अन्य प्रमुख किसान नेता मौजूद हैं। समाजवादी पार्टी के सांसद हरेंद्र मलिक और राष्ट्रीय लोकदल के विधायक राजपाल बालियान भी महापंचायत में शामिल हुए, जिससे इस आयोजन को राजनीतिक समर्थन भी मिला है।
नरेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा, “राकेश टिकैत के साथ हुई बदसलूकी सिर्फ एक व्यक्ति का अपमान नहीं, बल्कि पूरे किसान समुदाय और जाट समाज की इज्जत पर हमला है। यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें कुछ राजनीतिक ताकतें शामिल हैं।” उन्होंने इसे “पगड़ी की बेइज्जती” करार देते हुए चेतावनी दी कि किसान इस अपमान का जवाब एकजुटता से देंगे।
घटना का पृष्ठभूमि
शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में हिंदू संघर्ष समिति द्वारा आयोजित जन आक्रोश रैली का आयोजन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। राकेश टिकैत इस रैली में शामिल होने पहुंचे थे, लेकिन कुछ लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। “राकेश टिकैत वापस जाओ” और “देश के गद्दारों को गोली मारो” जैसे नारे लगाए गए। इस दौरान टिकैत के साथ धक्का-मुक्की हुई, उनकी पगड़ी जमीन पर गिर गई, और कुछ लोगों ने उन पर झंडे के डंडे से हमला करने की कोशिश की।
पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर टिकैत को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ FIR दर्ज की है, और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक (नगर) सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि डंडों से हमले की खबरें गलत हैं, लेकिन धक्का-मुक्की और पगड़ी गिरने की पुष्टि हुई है।
राकेश टिकैत का बयान
महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा, “यह हमला मेरे ऊपर नहीं, बल्कि किसानों की आवाज को दबाने की कोशिश है। कुछ लोग नफरत की राजनीति कर रहे हैं, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।” उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि किसान आतंकवाद के खिलाफ हैं, लेकिन उनकी आवाज को गलत तरीके से दबाने की कोशिश की जा रही है। टिकैत ने ऐलान किया कि जल्द ही एक विशाल ट्रैक्टर मार्च आयोजित किया जाएगा, जिसकी तारीख महापंचायत में तय की जाएगी।
महापंचायत में उठाए गए मुद्दे
महापंचायत में निम्नलिखित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हो रही है:
-
राकेश टिकैत के साथ बदसलूकी: इस घटना को किसान और जाट समुदाय के अपमान से जोड़ा जा रहा है। वक्ताओं ने इसे सुनियोजित और राजनीति से प्रेरित बताया।
-
पहलगाम आतंकी हमला: किसान नेताओं ने आतंकवाद की निंदा की और इसे राष्ट्रीय एकता के खिलाफ चुनौती करार दिया।
-
किसानों के मुद्दे: न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी, बकाया गन्ना भुगतान, और स्मार्ट मीटर की स्थापना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हो रही है।
-
आगे की रणनीति: महापंचायत के बाद ट्रैक्टर मार्च और अन्य विरोध प्रदर्शनों की योजना बनाई जा रही है
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
महापंचायत को देखते हुए मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों में पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। सिसौली और जीआईसी मैदान के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। जिला प्रशासन ने आयोजकों से शांतिपूर्ण आयोजन की अपील की है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
-
सपा और रालोद का समर्थन: सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने इस घटना को लोकतंत्र पर हमला करार दिया। रालोद विधायक राजपाल बालियान ने कहा कि यह पगड़ी की बेइज्जती पूरे जाट समुदाय की बेइज्जती है।
-
सोशल मीडिया पर चर्चा: एक्स पर इस महापंचायत को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है। एक पोस्ट में लिखा गया, “मुजफ्फरनगर में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा है। राकेश टिकैत के साथ हुआ व्यवहार बर्दाश्त नहीं।”
-
किसान संगठनों का एकजुट होना: पंजाब, हरियाणा, और राजस्थान से संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और अन्य संगठनों के नेता भी इस महापंचायत में शामिल हो रहे हैं, जो किसानों की एकता को दर्शाता है।
मौसम की चुनौती
महापंचायत के बीच मौसम विभाग ने मुजफ्फरनगर सहित 58 जिलों में भारी बारिश, बिजली गिरने, और 50-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं की चेतावनी जारी की है। इससे आयोजन में कुछ व्यवधान हो सकता है, लेकिन भाकियू नेताओं ने कहा कि मौसम की मार उनके इरादों को कमजोर नहीं करेगी। तंबू और अन्य इंतजाम किए गए हैं।
आगे की रणनीति
महापंचायत में लिए गए निर्णयों के आधार पर भाकियू अगले कदमों की घोषणा करेगा। नरेश टिकैत ने कहा कि यह पंचायत केवल एक शुरुआत है, और किसान अपनी मांगों और सम्मान के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। संभावना है कि ट्रैक्टर मार्च और दिल्ली कूच जैसे बड़े आंदोलन की योजना बनाई जाए।