यूपी में ‘ऑपरेशन क्लीन’ का डबल प्रहार: एसटीएफ और पुलिस ने 24 घंटे में दो बड़े इनामी बदमाशों को किया ढेर, सुल्तानपुर में बंटी मिठाई
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का असर रविवार को प्रदेश के दो अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिला। राज्य पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने रविवार तड़के दो बड़े मुठभेड़ों में आतंक का पर्याय बन चुके दो शातिर बदमाशों को मार गिराया। इन एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों पर कुल मिलाकर डेढ़ लाख रुपये का इनाम घोषित था। जहाँ एक ओर बुलंदशहर पुलिस ने 50 हजार के इनामी जुबैर उर्फ पीटर को ढेर किया, वहीं दूसरी ओर यूपी एसटीएफ ने सहारनपुर में एक लाख के इनामी और सुल्तानपुर के चर्चित अधिवक्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी सिराज अहमद का काम तमाम कर दिया। इन कार्रवाइयों के बाद सुल्तानपुर में पीड़ित परिवार ने मिठाई बांटकर अपनी खुशी जाहिर की और सरकार के प्रति आभार जताया।
बुलंदशहर में पहली मुठभेड़: 47 मुकदमों का बोझ लेकर मारा गया पीटर
रविवार की सुबह का पहला एनकाउंटर बुलंदशहर जिले में हुआ। पुलिस को सूचना मिली थी कि 50 हजार का इनामी बदमाश आजाद उर्फ जुबैर उर्फ पीटर अपने एक साथी के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में इलाके से गुजर रहा है। कोतवाली देहात क्षेत्र में घेराबंदी के दौरान बदमाशों ने खुद को घिरा देख पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें शातिर अपराधी जुबैर उर्फ पीटर को गोलियां लगीं और वह वहीं ढेर हो गया।
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मारा गया बदमाश जुबैर उर्फ पीटर मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला था और उस पर हत्या, लूट और डकैती जैसे लगभग 47 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। वह पिछले काफी समय से पुलिस की रडार पर था और हाल ही में 2 नवंबर 2025 को हुई एक बड़ी लूट की घटना में वांछित चल रहा था। इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है, जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। पुलिस अब फरार हुए दूसरे बदमाश की तलाश में जंगलों में कॉम्बिंग ऑपरेशन चला रही है।
सहारनपुर में एसटीएफ का एक्शन: एक लाख का इनामी सिराज अहमद ढेर
बुलंदशहर की घटना के कुछ ही घंटों बाद यूपी एसटीएफ की एक टीम ने सहारनपुर में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की। एसटीएफ ने सुल्तानपुर के लोलेपुर गांव के निवासी और कुख्यात अपराधी सिराज अहमद को एक मुठभेड़ में मार गिराया। सिराज पर उत्तर प्रदेश शासन की ओर से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। सिराज अहमद केवल एक सामान्य अपराधी नहीं था, बल्कि वह सुल्तानपुर और आसपास के जिलों में दहशत का दूसरा नाम बन चुका था।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सिराज अहमद का आपराधिक इतिहास काफी लंबा और डरावना रहा है। उसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSCA) के तहत 30 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें पिछले दो वर्षों से उसकी तलाश में खाक छान रही थीं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदल रहा था, लेकिन रविवार की सुबह उसकी फरारी का अंत सहारनपुर की सड़कों पर एसटीएफ की गोलियों के साथ हुआ।
सुल्तानपुर अधिवक्ता हत्याकांड: सिराज की मौत से मिला अधूरा न्याय
सिराज अहमद का नाम सबसे ज्यादा तब सुर्खियों में आया था जब 6 अगस्त 2023 की शाम उसने सुल्तानपुर दीवानी न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता आज़ाद अहमद की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड ने पूरे प्रदेश के वकीलों और आम जनता में रोष भर दिया था। कानून के रक्षक की हत्या ने प्रशासन की साख पर सवाल खड़े कर दिए थे। तभी से पुलिस सिराज को पकड़ने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही थी।
मार्च 2025 में जब सिराज पकड़ में नहीं आया, तो न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने उसकी करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्तियों को कुर्क कर दिया था। संपत्ति कुर्क होने के बाद भी वह सरेंडर करने के बजाय अपराध की दुनिया में सक्रिय रहने की कोशिश कर रहा था। एसटीएफ के अनुसार, वह लगातार नए गिरोह बनाने और गवाहों को धमकाने का काम कर रहा था।
पीड़ित परिवार के छलक उठे आंसू: मिठाई बांटकर जताया भरोसा
सहारनपुर में जैसे ही सिराज अहमद के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि हुई, सुल्तानपुर में स्वर्गीय अधिवक्ता आज़ाद अहमद के घर पर लोगों का तांता लग गया। न्याय की उम्मीद छोड़ चुके परिवार की आंखों में खुशी के आंसू थे। आज़ाद अहमद के पिता मोहम्मद सलीम और भाई मुनव्वर ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
परिवार के सदस्यों ने मीडिया से बात करते हुए भावुक होकर कहा, “हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश पुलिस पर पूरा भरोसा था कि एक दिन हमें न्याय जरूर मिलेगा। आज हमारे बेटे की आत्मा को शांति मिली होगी।” परिवार ने इस कड़ी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों का यही अंजाम होना चाहिए ताकि समाज में कानून का डर बना रहे।
अपराधियों के खिलाफ जारी रहेगा अभियान: पुलिस प्रशासन का संदेश
उत्तर प्रदेश पुलिस के उच्चाधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। इन दोनों एनकाउंटर ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि चाहे अपराधी पर इनाम कितना भी हो या वह कितना भी रसूखदार क्यों न हो, कानून के लंबे हाथ उस तक जरूर पहुँचेंगे। पुलिस का कहना है कि आगामी दिनों में भी चिन्हित अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ इसी तरह के सख्त अभियान जारी रहेंगे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक हुए इन ताबड़तोड़ एनकाउंटर्स ने अपराधियों के बीच खौफ पैदा कर दिया है। जहाँ एक ओर जनता इन कार्रवाइयों को न्याय के रूप में देख रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस फरार चल रहे अन्य इनामी बदमाशों की सूची तैयार कर उनकी घेराबंदी तेज कर रही है।