रायबरेली की घटना पर फैलाया जा रहा भ्रम! एसपी ने कहा- दलित नहीं चोर समझकर लोगों ने पीटा, 5 गिरफ्तार
रायबरेली, 8 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 38 वर्षीय दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर हत्या ने सियासत को गरमा दिया है। वायरल वीडियो में राहुल गांधी का नाम लेते हुए मदद की गुहार लगाते युवक को भीड़ ने नहीं छोड़ा। लेकिन एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने स्पष्ट किया कि यह जातिगत हत्या नहीं, बल्कि चोरी के शक में भीड़ का हमला था। पांच गिरफ्तार, पुलिसकर्मी सस्पेंड और गैंगस्टर-एनएसए की तैयारी। राहुल गांधी ने परिवार से बात की, तो योगी सरकार पर विपक्ष का हमला। वीडियो में ‘बाबा वाले हैं’ का क्या मतलब? भ्रम फैलाने वालों पर शिकंजा क्यों? पूरी घटना की परतें आगे खुलेंगी।
रात के सन्नाटे में चोरी का शक: हरिओम की दर्दनाक मौत
2 अक्टूबर की रात करीब 1 बजे रायबरेली के ऊंचाहार थाना क्षेत्र के जमुनापुर गांव में फतेहपुर निवासी हरिओम वाल्मीकि ससुराल जा रहा था। मानसिक रूप से कमजोर हरिओम की पत्नी एनटीपीसी बैंक में सफाईकर्मी है, और वह उनसे मिलने आया था। ग्रामीणों ने उसे चोर समझ लिया—कहा गया कि वह ड्रोन से घरों पर निशान लगाने वाले गिरोह का सदस्य है। लाठी-डंडों, बेल्ट और मुक्कों से बेरहमी की पिटाई शुरू हो गई। वायरल वीडियो में हरिओम चीखता दिखा, ‘राहुल गांधी जी, बचाओ!’ लेकिन भीड़ ने कहा, ‘यहां सब बाबा वाले हैं।’ पिटाई इतनी क्रूर थी कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। एसपी यशवीर सिंह ने बताया, ‘घटना स्थल पर कोई उसकी जाति नहीं जानता था। आरोपी मौर्य, पासी और सामान्य जाति के हैं।’ यह भीड़तंत्र की एक और मिसाल बनी, जहां शक ने इंसानियत को कुचल दिया।
पुलिस का त्वरित एक्शन: पांच गिरफ्तार, सस्पेंशन और सख्त कानून
घटना की सूचना पर ऊंचाहार पुलिस पहुंची, लेकिन देरी से। एसपी ने लापरवाही पर थाना प्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। पांच मुख्य आरोपी—वैभव सिंह, विजय सिंह, विपिन मौर्य, सहदेव पासी और सुरेश कुमार मौर्य—को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वीडियो फुटेज से 15-20 तमाशबीनों की पहचान हुई, जिन्हें गैंगस्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत पकड़ा जाएगा। एसपी ने कहा, ‘ये लोग घटना रोक सकते थे, लेकिन चुप रहे।’ अब तक नौ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और चार्जशीट दाखिल होगी। पुलिस ने आईपीसी की हत्या और दंगा भड़काने की धाराएं लगाईं। राहुल गांधी ने रविवार रात हरिओम के पिता गंगादीन से फोन पर बात की, मदद का भरोसा दिया। पत्नी पिंकी ने कहा, ‘हत्यारों को मेरे पति जैसी सजा दो।’ यह कार्रवाई भविष्य के लिए चेतावनी है।
सियासत का शोर: राहुल का हमला, भ्रम फैलाने वालों पर नजर
रायबरेली की यह घटना राजनीतिक रंग ले चुकी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘यह इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है। नफरत और हिंसा को सत्ता संरक्षण दे रही।’ मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ संयुक्त बयान जारी कर योगी सरकार पर ‘जंगलराज’ का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पीड़ित परिवार से मिले, कहा, ‘मारने वाले खुद को ‘बाबा वाले’ बता रहे, जो भाजपा का इशारा है।’ एसपी ने भ्रम फैलाने वालों पर चेतावनी दी, ‘सोशल मीडिया पर जातिगत रंग देने वालों पर कार्रवाई होगी।’ भाजपा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया, लेकिन विपक्ष का दबाव बढ़ रहा। वीडियो में ‘बाबा’ शब्द ने सियासी बहस छेड़ दी। परिवार तनाव में है—पिता बोले, ‘बेटी से शादी के बाद से ही तनाव था।’ यह मामला दलित सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा।