मामी परेशान मत होना… काम हो गया’: भांजे के प्यार में अंधी महिला ने पति की हत्या कर शव ट्रॉली में फेंका
देवरिया, 22 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक सनसनीखेज और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जिसने न केवल रिश्तों की मर्यादाओं को तार-तार किया, बल्कि इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया। एक 28 वर्षीय विवाहित महिला, रजिया बेगम, ने अपने 18 वर्षीय भांजे के साथ प्रेम प्रसंग में इतनी अंधी हो गई कि उसने अपने पति नौशाद की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए उसने पति के शव के टुकड़े किए और उन्हें एक ट्रॉली बैग में भरकर अपने प्रेमी भांजे की मदद से 60 किलोमीटर दूर फेंक दिया। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और समाज में रिश्तों की पवित्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
देवरिया, के सरूरपुर थाना क्षेत्र के करनावल गांव में रहने वाली रजिया बेगम की शादी नौशाद से कई वर्ष पहले हुई थी। नौशाद एक मेहनती व्यक्ति थे, जो विदेश में काम करके परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनकी अनुपस्थिति में रजिया का 18 वर्षीय भांजा, जो अक्सर उनके घर आता-जाता था, रजिया के करीब आ गया। दोनों के बीच नजदीकियां धीरे-धीरे प्रेम प्रसंग में बदल गईं। इस रिश्ते की भनक नौशाद को नहीं थी, लेकिन जब वह विदेश से लौटे, तो उन्हें पत्नी और भांजे के अवैध संबंधों का पता चला।
नौशाद ने रजिया को इस रिश्ते को खत्म करने की चेतावनी दी, जिसके बाद दोनों के बीच तनाव बढ़ गया। रजिया, जो अपने भांजे के प्यार में पूरी तरह डूब चुकी थी, ने इस रिश्ते को बनाए रखने के लिए एक खौफनाक साजिश रची। उसने अपने भांजे के साथ मिलकर नौशाद की हत्या करने का फैसला किया।
हत्या और शव का निपटारा
पुलिस के अनुसार, रजिया ने अपने भांजे के साथ मिलकर नौशाद की धारदार हथियार से हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने शव को छिपाने के लिए उसे टुकड़ों में काटा। हैरानी की बात यह है कि शव को ठिकाने लगाने के लिए रजिया ने वही ट्रॉली बैग इस्तेमाल किया, जो नौशाद विदेश से लाए थे। शव के टुकड़ों को ट्रॉली बैग में भरकर रजिया और उसका भांजा उसे 60 किलोमीटर दूर एक सुनसान जगह पर ले गए और फेंक दिया। इस दौरान भांजे ने रजिया को फोन पर कहा, “मामी, परेशान मत होना… काम हो गया,” जो इस साजिश की क्रूरता को दर्शाता है।

पुलिस की कार्रवाई
नौशाद के लापता होने के बाद उनके परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने शुरुआती जांच में रजिया से पूछताछ की, लेकिन उसने गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि, जब पुलिस ने भांजे से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। भांजे ने बताया कि रजिया ने ही हत्या की योजना बनाई थी और उसे अंजाम देने में उसकी मदद की। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और शव के टुकड़ों को बरामद करने के लिए तलाश शुरू की।
मेरठ के एसएसपी ने बताया कि यह एक जघन्य अपराध है, और दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने ट्रॉली बैग और हत्या में इस्तेमाल हथियार को भी बरामद कर लिया है।
समाज में हलचल
इस घटना ने मेरठ ही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में हलचल मचा दी है। लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि एक महिला अपने पति की हत्या करने और शव के टुकड़े करने जैसा घिनौना कृत्य केवल प्रेम प्रसंग के लिए कर सकती है। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह घटना रिश्तों में बढ़ती अनैतिकता और नैतिक पतन का परिणाम है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, रजिया और नौशाद का वैवाहिक जीवन सामान्य था, और किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि रजिया अपने भांजे के साथ इस तरह का रिश्ता रखती थी। कुछ लोग इसे सोशल मीडिया और आधुनिक जीवनशैली का दुष्परिणाम मान रहे हैं, जहां रिश्तों की मर्यादाएं टूट रही हैं।
प्रेम में अंधापन
यह पहला मामला नहीं है जब प्रेम प्रसंग ने रिश्तों को कलंकित किया हो। हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां प्रेम के नाम पर लोग अपराध की राह पर चल पड़े। मेरठ में ही एक अन्य मामले में एक महिला अपने भांजे के साथ फरार हो गई थी, जिसके बाद पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। इसी तरह, मुजफ्फरनगर में एक महिला अपने तीन बच्चों को छोड़कर भांजे के साथ भाग गई थी।
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे मामलों में प्रेम का अंधापन लोगों को इतना प्रभावित करता है कि वे सामाजिक और नैतिक मूल्यों को भूल जाते हैं। इस मामले में रजिया का अपने भांजे के प्रति जुनून इतना बढ़ गया कि उसने अपने पति की हत्या जैसा संगीन अपराध कर डाला।
कानूनी और सामाजिक पहलू
कानूनी तौर पर रजिया और उसके भांजे को अब कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (साक्ष्य छिपाने) के तहत दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच में और भी खुलासे हो सकते हैं।
सामाजिक दृष्टिकोण से, यह घटना समाज में रिश्तों की पवित्रता और विश्वास पर सवाल उठाती है। सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएं और युवाओं को नैतिक शिक्षा दी जाए।
