लखनऊ हवाई अड्डा: दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू सहित 12 उड़ानें देरी का शिकार, टर्मिनल पर भीड़ बढ़ी, यात्रियों ने की शिकायतें
लखनऊ, 14 अप्रैल 2025: लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (CCSI) पर आज आंबेडकर जयंती के दिन यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू सहित विभिन्न गंतव्यों के लिए निर्धारित 12 उड़ानें देरी से प्रभावित हुईं, जिसके कारण टर्मिनल पर यात्रियों की भीड़ बढ़ गई। देरी के कारण नाराज यात्रियों ने हवाई अड्डा प्रशासन और एयरलाइंस के खिलाफ सोशल मीडिया पर शिकायतें दर्ज कीं। कुछ यात्रियों ने टर्मिनल पर हंगामा भी किया। इस अव्यवस्था के पीछे दिल्ली हवाई अड्डे पर अधिक ट्रैफिक और तकनीकी समस्याओं को मुख्य कारण बताया जा रहा है।
उड़ानों में देरी का विवरण
लखनऊ हवाई अड्डे से आज सुबह से दोपहर तक दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, कोलकाता, और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों के लिए जाने वाली कम से कम 12 उड़ानें अपने निर्धारित समय से देरी से रवाना हुईं। इनमें इंडिगो, एयर इंडिया, और विस्तारा जैसी प्रमुख एयरलाइंस की उड़ानें शामिल थीं। कुछ उड़ानों में 2 से 6 घंटे तक की देरी दर्ज की गई, जिसके कारण यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
उदाहरण के लिए, इंडिगो की दिल्ली जाने वाली उड़ान 6E-2025, जो सुबह 9:30 बजे रवाना होने वाली थी, दोपहर 12:45 बजे उड़ी। इसी तरह, मुंबई के लिए विस्तारा की उड़ान UK-942 और बंगलूरू के लिए एयर इंडिया की उड़ान AI-1977 भी क्रमशः 3 और 4 घंटे की देरी से रवाना हुईं। यात्रियों ने बताया कि उन्हें देरी के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई।
टर्मिनल पर अव्यवस्था और भीड़
उड़ानों में देरी के कारण लखनऊ हवाई अड्डे के टर्मिनल-2 (घरेलू) और टर्मिनल-1 (अंतरराष्ट्रीय) पर भारी भीड़ देखी गई। टर्मिनल पर बैठने की जगह कम पड़ गई, और कई यात्रियों को घंटों खड़े रहना पड़ा। चेक-इन काउंटरों और सुरक्षा जांच क्षेत्रों पर लंबी कतारें लग गईं, जिससे यात्रियों का गुस्सा और भड़क गया।
एक यात्री, प्रिया मिश्रा, जो दिल्ली की उड़ान के लिए इंतजार कर रही थीं, ने कहा, “मैं सुबह 8 बजे से यहां हूं, और मेरी उड़ान अब दोपहर 2 बजे की बताई जा रही है। कोई ठोस जानकारी नहीं दी जा रही। टर्मिनल पर खाने-पीने की सुविधाएं भी महंगी हैं, और बैठने की जगह नहीं है।” इसी तरह, बंगलूरू जाने वाले यात्री राजेश वर्मा ने शिकायत की कि एयरलाइंस कर्मचारी उनकी समस्याओं का समाधान करने में असमर्थ दिखे।

यात्रियों की शिकायतें और सोशल मीडिया पर हंगामा
नाराज यात्रियों ने अपनी शिकायतें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिसके बाद #LucknowAirportDelays ट्रेंड करने लगा। कई यात्रियों ने हवाई अड्डा प्रशासन और एयरलाइंस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। एक यात्री ने एक्स पर लिखा, “लखनऊ हवाई अड्डा पूरी तरह अव्यवस्थित है। 4 घंटे से इंतजार कर रहा हूं, और कोई जवाब नहीं। क्या यह आधुनिक भारत का हवाई अड्डा है?” एक अन्य यात्री ने इंडिगो एयरलाइंस को टैग करते हुए लिखा, “आपकी उड़ानें हर बार लेट होती हैं। क्या यात्रियों का समय आपके लिए कोई मायने नहीं रखता?”
कुछ यात्रियों ने टर्मिनल पर हंगामा भी किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दिल्ली की एक उड़ान के लिए इंतजार कर रहे यात्रियों ने चेक-इन काउंटर पर कर्मचारियों से तीखी बहस की और देरी की वजह पूछी। हवाई अड्डा प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया।
देरी के कारण
हवाई अड्डा प्रशासन और एयरलाइंस के सूत्रों ने देरी के लिए कई कारण बताए। मुख्य रूप से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रनवे पर अधिक ट्रैफिक को इसका कारण बताया गया। इसके अलावा, कुछ उड़ानों में तकनीकी खराबी और चालक दल की उपलब्धता में देरी भी वजह रही। एक एयरलाइंस कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “आज दिल्ली में मौसम भी थोड़ा खराब था, जिसके कारण कुछ उड़ानों को होल्ड करना पड़ा। इससे लखनऊ की उड़ानों पर भी असर पड़ा।”
हालांकि, यात्रियों का कहना था कि उन्हें समय पर जानकारी नहीं दी गई, जिससे उनकी परेशानी बढ़ी। कुछ यात्रियों ने यह भी शिकायत की कि हवाई अड्डे पर सूचना प्रसार की व्यवस्था अपर्याप्त थी।
हवाई अड्डा प्रशासन का बयान
लखनऊ हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने देरी के लिए खेद जताया और कहा, “कुछ उड़ानों में देरी दिल्ली और अन्य हवाई अड्डों पर परिचालन संबंधी समस्याओं के कारण हुई। हम यात्रियों की असुविधा को समझते हैं और स्थिति को सामान्य करने के लिए एयरलाइंस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति की जानकारी अपनी एयरलाइंस से लेते रहें।”
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि हवाई अड्डा प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त काउंटर खोले और टर्मिनल पर पानी और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराईं। हालांकि, यात्रियों ने इन सुविधाओं को अपर्याप्त बताया।
रनवे रखरखाव का प्रभाव
यह ध्यान देने योग्य है कि लखनऊ हवाई अड्डे पर 1 मार्च से 15 जुलाई 2025 तक रनवे के पुनरुद्धार (recarpeting) का कार्य चल रहा है, जिसके कारण सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उड़ानें संचालित नहीं हो रही हैं। आज की देरी हालांकि इस रखरखाव से संबंधित नहीं थी, लेकिन यात्रियों का कहना है कि सीमित उड़ान समय के कारण पहले से ही उड़ानों पर दबाव है, जिससे देरी की स्थिति और गंभीर हो जाती है।
यात्रियों की मांग
यात्रियों ने हवाई अड्डा प्रशासन और एयरलाइंस से मांग की है कि भविष्य में ऐसी अव्यवस्था को रोकने के लिए बेहतर समन्वय और सूचना प्रसार की व्यवस्था की जाए। कुछ यात्रियों ने देरी के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की भी मांग की। एक यात्री, मोहित अग्रवाल, ने कहा, “मैंने दिल्ली में एक जरूरी मीटिंग मिस कर दी। एयरलाइंस को कम से कम मुआवजा देना चाहिए या वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था करनी चाहिए थी।”
सामाजिक और प्रशासनिक प्रभाव
आंबेडकर जयंती के अवसर पर लखनऊ में जहां लोग सामाजिक न्याय और समानता की बात कर रहे थे, वहीं हवाई अड्डे पर यह अव्यवस्था एक विडंबना के रूप में सामने आई। कई यात्रियों ने इसे प्रशासनिक लापरवाही का उदाहरण बताया। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल मिश्रा ने कहा, “जब हम बाबासाहेब के विचारों को याद कर रहे हैं, तब यात्रियों को ऐसी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। यह दिखाता है कि हमें बुनियादी सुविधाओं में सुधार की कितनी जरूरत है।”
