• October 14, 2025

Kathua Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बादल फटने से तबाही, सात की मौत, पांच घायल; बचाव अभियान जारी

लखनऊ/ 17 अगस्त : अचानक बादल फटा, मची तबाही। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में रविवार सुबह अचानक बादल फट गया। तेज बारिश और अचानक आई बाढ़ ने पूरे इलाके को प्रभावित कर दिया। इस घटना में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पांच लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौसम का यह कहर इतना अचानक था कि लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला।

तेज बहाव में बह गए घर और खेत

स्थानीय प्रशासन के अनुसार, बादल फटने के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और खेतों में खड़ी फसलें भी पानी के तेज बहाव में बह गईं। नालों और छोटी नदियों में अचानक पानी का स्तर बढ़ने से गांवों में पानी भर गया। कुछ स्थानों पर सड़कें और पुल भी टूटने की खबर है, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।

बचाव दल मौके पर, राहत कार्य जारी

घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन, SDRF और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। बचावकर्मी लगातार मलबा हटाने और फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान की जा रही है और प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत राशि देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

कठुआ समेत जम्मू-कश्मीर के अन्य पहाड़ी इलाकों में मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाओं की संभावना जताई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों से दूर रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें। साथ ही सेना और एनडीआरएफ को भी अलर्ट पर रखा गया है।

स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल

गांव के लोगों ने बताया कि पानी का बहाव इतना तेज था कि कुछ ही मिनटों में घर और खेत डूब गए। कई लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों और ऊंचे स्थानों का सहारा लिया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमने ऐसा मंजर पहले कभी नहीं देखा, सबकुछ कुछ ही पलों में बर्बाद हो गया।”

पिछले साल भी हुई थी तबाही

कठुआ और आसपास के इलाकों में बादल फटने की घटनाएं नई नहीं हैं। पिछले साल भी इसी तरह की घटना में कई लोगों की जान गई थी और भारी नुकसान हुआ था। लगातार हो रही इन घटनाओं ने लोगों में डर और चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और अनियमित बारिश की वजह से इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं का खतरा और ज्यादा बढ़ गया है।

सरकार ने जताया शोक, मदद का भरोसा

इस हादसे पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद और घायलों के बेहतर इलाज का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए और किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए।

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Rama Niwash Pandey

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