कानपुर: मोतीझील से सेंट्रल तक जल्द शुरू होगा मेट्रो का संचालन, पीएम मोदी या सीएम योगी दिखा सकते हैं हरी झंडी
कानपुर, 11 अप्रैल 2025: कानपुर मेट्रो के विस्तार की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ते हुए, मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक के अंडरग्राउंड खंड में यात्री सेवाओं की शुरुआत जल्द होने वाली है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने इस खंड की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है, और उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस नए खंड का उद्घाटन कर हरी झंडी दिखा सकते हैं। यह विस्तार शहर की यातायात व्यवस्था को और सुगम बनाने के साथ-साथ कानपुर को आधुनिक परिवहन सुविधाओं से जोड़ने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
मोतीझील-कानपुर सेंट्रल खंड: तैयारियां पूरी
कानपुर मेट्रो के इस अंडरग्राउंड खंड में चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज, और कानपुर सेंट्रल स्टेशन शामिल हैं। इन पांच स्टेशनों पर सभी प्रमुख प्रणालियों की स्थापना पूरी हो चुकी है। इनमें सिग्नलिंग, ट्रैक्शन, रोलिंग स्टॉक, विद्युत आपूर्ति, टनल वेंटिलेशन, पर्यावरण नियंत्रण, और अग्नि सुरक्षा प्रणालियां शामिल हैं। स्वचालित किराया संग्रह (AFC) प्रणाली के तहत टिकट ऑफिस मशीन (TOM), अतिरिक्त किराया कार्यालय (EFO), और टिकट वेंडिंग मशीन (TVM) भी सभी स्टेशनों पर स्थापित कर दी गई हैं। कुल 11 TOM और 5 EFO मशीनें लगाई गई हैं, जिसमें कानपुर सेंट्रल पर तीन TOM शामिल हैं। इसके अलावा, 40 टिकट वेंडिंग मशीनें और 59 AFC गेट्स यात्रियों की सुविधा के लिए तैयार हैं।
UPMRC के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया, “हमने सभी स्टेशनों पर अग्नि सुरक्षा नियमों और मानकों का पूरी तरह पालन किया है। टनल वेंटिलेशन सिस्टम, आग बुझाने के उपकरण, और आपातकालीन निकास मार्ग जैसी सुविधाएं स्थापित की गई हैं। सिग्नलिंग और ट्रेन संचालन की टेस्टिंग भी पूरी हो चुकी है। जैसे ही हमें कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) से मंजूरी मिलेगी, हम यात्री सेवाएं शुरू कर देंगे।”
स्वचालित और सुरक्षित संचालन
कानपुर मेट्रो का यह खंड स्वचालित ट्रेन संचालन (ATO) मोड में संचालित होगा, जो कम्युनिकेशन-बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (CBTC) सिग्नलिंग सिस्टम पर आधारित है। इस तकनीक के कारण मानवीय त्रुटियों की संभावना लगभग शून्य हो जाती है। हाल ही में इस खंड में एक टक्कर परीक्षण भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया, जिसमें दो ट्रेनों को जानबूझकर एक-दूसरे के करीब लाया गया। जैसे ही वे एक निश्चित दूरी पर पहुंचीं, स्वचालित ब्रेक सिस्टम ने बिना किसी ऑपरेटर के हस्तक्षेप के काम किया। यह परीक्षण मेट्रो की सुरक्षा और विश्वसनीयता को दर्शाता है।

यात्रियों के लिए सुविधाएं
मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक का यह खंड यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा प्रदान करेगा। मेट्रो सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक हर 5 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध होगी। किराया संरचना पहले की तरह किफायती रखी गई है, जिसमें न्यूनतम किराया 10 रुपये और अधिकतम 30 रुपये होगा। कानपुर सेंट्रल तक की यात्रा का किराया 30 रुपये निर्धारित किया गया है। यात्री क्यूआर कोड, NCMC गो स्मार्ट कार्ड, या कानपुर मेट्रो ऐप के जरिए टिकट खरीद सकते हैं। बच्चों के लिए 3 फीट से कम ऊंचाई तक मुफ्त यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध है।
कानपुर मेट्रो का महत्व
कानपुर मेट्रो का यह विस्तार शहर की बढ़ती यातायात समस्याओं को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। 41 लाख से अधिक आबादी वाला यह औद्योगिक शहर अक्सर ट्रैफिक जाम से जूझता है। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक का यह खंड शहर के सबसे व्यस्त इलाकों को जोड़ेगा, जिससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह खंड विशेष रूप से रेलवे स्टेशन से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए लाभकारी होगा, क्योंकि कानपुर सेंट्रल स्टेशन शहर का प्रमुख परिवहन केंद्र है।
उद्घाटन की संभावना
हालांकि उद्घाटन की तारीख अभी अंतिम रूप से तय नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, CMRS से मंजूरी मिलने के बाद यह खंड अगले कुछ हफ्तों में शुरू हो सकता है। चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने 28 दिसंबर 2021 को कानपुर मेट्रो के पहले खंड (आईआईटी कानपुर से मोतीझील) का उद्घाटन किया था, इस नए खंड को भी हरी झंडी दिखा सकते हैं। अगर पीएम का कार्यक्रम तय नहीं हुआ, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिन्होंने 2019 में मेट्रो की आधारशिला रखी और 2021 में ट्रायल रन शुरू किया, उद्घाटन कर सकते हैं।
स्थानीय लोगों में इस खंड के शुरू होने को लेकर उत्साह है। एक निवासी, अजय शर्मा ने कहा, “कानपुर सेंट्रल तक मेट्रो शुरू होने से हमें ट्रेन पकड़ने और शहर में घूमने में बहुत आसानी होगी। यह शहर के लिए गर्व की बात है।”
भविष्य की योजनाएं
कानपुर मेट्रो के पहले चरण में कुल 32.3 किलोमीटर की दो लाइनें शामिल हैं। ऑरेंज लाइन (आईआईटी कानपुर से नौबस्ता) और ब्लू लाइन (कृषि विश्वविद्यालय से बर्रा-8) अभी निर्माणाधीन हैं। मोतीझील से कानपुर सेंट्रल तक का यह खंड ऑरेंज लाइन का हिस्सा है, जिसे 2025 के अंत तक पूरी तरह चालू करने का लक्ष्य है। भविष्य में मेट्रो को कानपुर हवाई अड्डे और ट्रांस गंगा सिटी तक विस्तार देने की भी योजना है।