तेजस्वी सीएम बने तो सारे बिल फाड़ दिए जाएंगे” — मंच से RJD MLC का बयान, बिहार की सियासत में नया बवाल
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच एक बयान ने सियासी माहौल को और गरमा दिया है। खगड़िया में तेजस्वी यादव की जनसभा के दौरान राजद के एमएलसी कारी शोएब ने ऐसा बयान दे दिया जिसने मंच पर मौजूद नेताओं को भी चौंका दिया। उन्होंने कहा कि अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने तो “सारे बिल फाड़ दिए जाएंगे”, चाहे वो वक्फ बिल हो या कोई और। इस बयान के सामने आने के बाद अब वक्फ कानून भी चुनावी बहस का नया मुद्दा बन गया है।
आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है।
तेजस्वी यादव की रैली में विवादित बयान
बिहार में विधानसभा चुनावी जंग अपने चरम पर है। इसी बीच खगड़िया जिले के गोगरी में आयोजित एक चुनावी जनसभा में राजद के नेता तेजस्वी यादव ने जनता को संबोधित किया। मंच पर उनके साथ वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और राजद के एमएलसी कारी शोएब भी मौजूद थे। इसी सभा में कारी शोएब ने बयान दिया कि “अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने तो सारे बिल फाड़ दिए जाएंगे।” उनके इस बयान ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को हैरान कर दिया और कुछ ही देर में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कारी शोएब ने क्या कहा मंच से
कारी शोएब ने अपने भाषण में कहा, “अगर तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे तो ये सारे बिल फाड़ कर फेंक दिए जाएंगे। चाहे वो वक्फ बिल हो या कोई भी बिल हो। यहां सिर्फ इंसानियत की सरकार होगी, मोहब्बत की सरकार होगी और भाईचारे की सरकार होगी।” उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव की अगुवाई में बिहार में प्रेम और समानता का वातावरण बनेगा। हालांकि उनके इस बयान को विपक्ष ने तुरंत निशाने पर ले लिया और कहा कि राजद नेताओं की मानसिकता लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने वाली है।
वक्फ कानून का मुद्दा चुनाव में आया केंद्र में
कारी शोएब के इस बयान के बाद वक्फ कानून एक बार फिर बिहार की सियासत में चर्चा का विषय बन गया है। विपक्षी दलों ने इसे ‘संविधान और कानून की अवमानना’ बताया है, जबकि राजद की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। चुनावी माहौल में यह मुद्दा अब धार्मिक और राजनीतिक दोनों दृष्टियों से संवेदनशील होता जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से राजद को नुकसान भी हो सकता है क्योंकि विपक्ष इसे कानून व्यवस्था और धर्म आधारित राजनीति से जोड़कर जनता के बीच उछाल सकता है।
दो चरणों में होगा चुनाव, बढ़ी बयानबाजी की गरमी
बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होने हैं — पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को और दूसरे चरण की 11 नवंबर को होगी, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। जैसे-जैसे तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे नेताओं की बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। कारी शोएब के इस बयान ने न सिर्फ माहौल को गर्म कर दिया है बल्कि यह भी दिखा दिया कि इस बार का चुनाव सिर्फ मुद्दों पर नहीं बल्कि शब्दों की जंग पर भी टिका है। अब देखना यह होगा कि इस बयान का असर राजद की छवि और तेजस्वी यादव की चुनावी रणनीति पर कितना पड़ता है।