स्टालिन सरकार ने जनता से किए वादों को नहीं किया पूरा
DMK सरकार द्वारा घोटालों की लंबी लिस्ट को गिनाते हुए कहा कि, “मेरे पास एमके स्टालिन सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की लंबी सूची है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्टालिन सरकार अपने चुनावी वादों में से 60 प्रतिशत भी पूरा नहीं कर पाई है। इसके साथ ही अमित शाह ने यह भी दावा किया कि डीएमके सरकार ने 4600 करोड़ रुपये के अवैध रेत खनन घोटाला किया है। जिसका असर सीधे राज्य के गरीबों पर पड़ा है और लोगों को महंगी रेत खरीदनी पड़ी और ये सभी घोटालों का पैसा पार्टी ने हड़प लिया। साथ ही, उन्होंने तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन (तस्माक) घोटाले का भी जिक्र किया। जिसमें शाह ने राज्य को 39,000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव को लेकर की बैठक
अमित शाह के इस विशाल सभा में तमिलनाडु भर से सैकड़ों कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इस बैठक में तमिलनाडु BJP के राज्य, जिला और मंडल स्तर के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। शाह का यह दौरा 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों की तैयारियों को मजबूत करने और पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को और भी ज्यादा सशक्त बनाने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
मीनाक्षी मंदिर में दर्शन के साथ शुरू हुआ दौरा
अमित शाह शनिवार देर रात मदुरै पहुंचे, जहां उनका स्वागत तमिलनाडु BJP की वरिष्ठ नेता तमिलिसाई सौंदरराजन सहित अन्य नेताओं ने किया। रविवार सुबह उन्होंने मीनाक्षी मंदिर में दर्शन किए। मंदिर दर्शन के बाद शाह ने दिन की शुरुआत तमिलनाडु BJP की राज्य कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता के साथ की।
DMK सरकार पर साधा निशाना
कोर कमेटी की बैठक में शाह ने तमिलनाडु की सत्तारूढ़ DMK सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु की जनता DMK सरकार के व्यापक भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है। BJP के कार्यकर्ता हर गली, मोहल्ले और घर तक पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA के समृद्ध और विकसित तमिलनाडु के विजन को जन-जन तक ले जाएंगे।” शाह ने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर DMK के खिलाफ मजबूत अभियान चलाने का आह्वान किया।
2026 चुनाव के लिए रणनीति पर जोर
शाह ने बैठक में 2026 विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बूथ-स्तरीय संगठन को मजबूत करने, मतदाता जागरूकता अभियान चलाने और NDA गठबंधन को और व्यापक बनाने पर जोर दिया। BJP ने हाल ही में AIADMK के साथ गठबंधन को पुनर्जनन किया है, जिसे 11 अप्रैल 2025 को चेन्नई में शाह ने औपचारिक रूप से घोषित किया था। इस गठबंधन को तमिलनाडु में DMK के खिलाफ एक मजबूत विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
दोपहर में शाह ने स्थानीय नेताओं, रणनीतिकारों और क्षेत्रीय प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ बंद कमरे में बैठक की। इन बैठकों का उद्देश्य BJP की जमीनी स्तर की रणनीति को और मजबूत करना और संभावित सहयोगियों की पहचान करना था। इसके बाद, शाम 4 बजे, शाह ने ओथकडाई में वेलम्मल ग्लोबल हॉस्पिटल ग्राउंड में एक विशाल सभा को संबोधित किया, जिसमें तमिलनाडु भर से सैकड़ों कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
AIADMK-BJP गठबंधन का महत्व
शाह के दौरे को AIADMK-BJP गठबंधन को और मजबूत करने के नजरिए से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। BJP के राष्ट्रीय सह-प्रभारी पी. सुधाकर रेड्डी ने कहा, “शाह का दौरा पार्टी की संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने और 2026 चुनावों के लिए रोडमैप तैयार करने पर केंद्रित है।” तमिलनाडु BJP के प्रवक्ता एएनएस प्रसाद ने दावा किया कि शाह का यह दौरा DMK और उसके सहयोगियों के लिए “झटका” साबित हुआ है।
कार्यकर्ताओं में उत्साह
शाह के दौरे से BJP कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा गया। तमिलनाडु BJP की वरिष्ठ नेता तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा, “अमित शाह का मदुरै दौरा हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं में नई ऊर्जा का संचार करेगा। यह हमें 2026 के चुनावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगा।” कार्यकर्ताओं ने शाह के संबोधन को “प्रेरणादायक” बताते हुए कहा कि यह तमिलनाडु में BJP के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।