प्रतापगढ़ में हेलीकॉप्टरनुमा सैंट्रो कार सीज: 30 हजार का चालान, चालक फरार
प्रतापगढ़, 30 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के पट्टी इलाके में पुलिस ने एक अनोखी कार को जब्त किया है, जिसे मॉडिफाई करके हेलीकॉप्टर का आकार दिया गया था। यह कार एक सैंट्रो मॉडल थी, जिसे शादी-ब्याह में दूल्हे की सवारी के लिए किराए पर बुक किया जाता था। पुलिस ने इस कार का 30 हजार रुपये का चालान काटा है और चालक की तलाश में जुट गई है, जो मौके से फरार हो गया। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच कौतूहल पैदा कर दिया है, और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
कार का अनोखा मॉडिफिकेशन और जब्ती
पट्टी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि बंधवा बाजार क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टरनुमा वाहन सड़कों पर चल रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि यह वाहन वास्तव में एक सैंट्रो कार थी, जिसके ऊपर हेलीकॉप्टर का रोटर ब्लेड और पीछे टेल बूम जोड़ा गया था। इस मॉडिफिकेशन के कारण कार देखने में हेलीकॉप्टर जैसी प्रतीत हो रही थी। पट्टी कोतवाल अवन कुमार दीक्षित के नेतृत्व में पुलिस ने तत्काल कार को कब्जे में लिया।
पुलिस के अनुसार, यह मॉडिफिकेशन मोटर वाहन अधिनियम (Motor Vehicles Act) का उल्लंघन है, क्योंकि इसके लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) से कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। कार की संरचना को सड़क सुरक्षा के लिए खतरा माना गया, क्योंकि इसके अतिरिक्त हिस्से जैसे रोटर ब्लेड और टेल बूम अन्य वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए जोखिम पैदा कर सकते थे। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया और 30 हजार रुपये का चालान जारी किया। चालक मौके पर वाहन छोड़कर फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस छानबीन कर रही है।
शादी-ब्याह के लिए थी तैयार
जांच में पता चला कि इस कार को विशेष रूप से शादी-ब्याह के मौसम में दूल्हे की सवारी के लिए किराए पर देने के उद्देश्य से मॉडिफाई किया गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, ऐसी अनोखी गाड़ियां शादी समारोहों में आकर्षण का केंद्र बनती हैं और दूल्हे की बारात को यादगार बनाने के लिए बुक की जाती हैं। कार मालिक ने इसके डिजाइन पर काफी खर्च किया था, और इसे हेलीकॉप्टर जैसा बनाकर ग्राहकों को आकर्षित करने की योजना थी।
पट्टी के एक निवासी रामू यादव ने बताया, “यह कार पिछले कुछ समय से इलाके में चर्चा का विषय थी। लोग इसे देखकर हैरान होते थे और शादी में इसका इस्तेमाल करने की बात करते थे। लेकिन पुलिस ने इसे अब जब्त कर लिया है।”

मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन
पुलिस ने बताया कि कार का मॉडिफिकेशन मोटर वाहन अधिनियम की धारा 52 के तहत अवैध है, जिसमें वाहन की मूल संरचना में बदलाव के लिए RTO की अनुमति अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त, धारा 207 के तहत पुलिस को ऐसे वाहनों को जब्त करने का अधिकार है, जो सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करते। पुलिस अधिकारी विशाल पांडेय ने कहा, “यह कार बिना अनुमति के मॉडिफाई की गई थी। इसकी वजह से सड़क पर अन्य वाहनों और लोगों के लिए खतरा पैदा हो सकता था। इसे जब्त कर लिया गया है, और चालान के साथ आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहला मौका नहीं है जब उत्तर प्रदेश में मॉडिफाइड वाहनों को लेकर विवाद हुआ हो। मार्च 2024 में अम्बेडकरनगर जिले में एक व्यक्ति, ईश्वर दीन, ने अपनी मारुति वैगनआर कार को हेलीकॉप्टर जैसा बनाया था। उस कार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया था, और 2,000 रुपये का चालान काटा गया था। ईश्वर ने बताया था कि उन्होंने 2.5 लाख रुपये खर्च कर कार को मॉडिफाई किया था, ताकि इसे शादी समारोहों में किराए पर दिया जा सके। उन्होंने यह भी दावा किया था कि बिहार और प्रतापगढ़ जैसे क्षेत्रों में ऐसी गाड़ियां बिना किसी रोक-टोक के चल रही हैं।
हालांकि, पुलिस का कहना है कि ऐसे वाहनों का संचालन सड़क सुरक्षा नियमों के खिलाफ है, और इनके खिलाफ कार्रवाई अनिवार्य है। प्रतापगढ़ की इस ताजा घटना में चालान की राशि 30 हजार रुपये होना इस बात का संकेत है कि प्रशासन अब ऐसे मामलों में और सख्ती बरत रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल
हेलीकॉप्टरनुमा कार की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। एक एक्स पोस्ट में
ने लिखा, “#car को बनाया #helicopter, पुलिस ने किया सीज- चालक फरार। प्रतापगढ़: पट्टी कोतवाली पुलिस ने हेलीकॉप्टर किया सीज, सैन्ट्रो कार मॉडिफाई कर बनाया गया है हेलीकॉप्टर।” एक अन्य पोस्ट में
ने इस घटना को “वायरल वीडियो” करार देते हुए कार के अनोखे डिजाइन की तस्वीरें साझा कीं।
ने लिखा, “#car को बनाया #helicopter, पुलिस ने किया सीज- चालक फरार। प्रतापगढ़: पट्टी कोतवाली पुलिस ने हेलीकॉप्टर किया सीज, सैन्ट्रो कार मॉडिफाई कर बनाया गया है हेलीकॉप्टर।” एक अन्य पोस्ट में
ने इस घटना को “वायरल वीडियो” करार देते हुए कार के अनोखे डिजाइन की तस्वीरें साझा कीं।
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस घटना पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोग कार मालिक की रचनात्मकता की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ ने पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराया। एक यूजर ने लिखा, “यह तो गजब की जुगाड़ है, लेकिन सड़क पर ऐसी गाड़ी चलाना खतरनाक हो सकता है।”
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पट्टी कोतवाली पुलिस अब कार के मालिक और चालक की तलाश में है। सूत्रों के अनुसार, कार को जब्त करने के बाद उसे स्थानीय पुलिस स्टेशन में रखा गया है, और इसे तभी रिलीज किया जाएगा, जब मॉडिफाइड हिस्सों को हटाया जाएगा। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्थानीय प्रशासन का रुख
जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक (SP) ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करवाएं। खासकर, मॉडिफाइड वाहनों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना है।
