अग्नि तपस्या का समापन, पूर्व राष्ट्रपति के पोते समेत कई प्रमुख लोग हुए शामिल
हरिद्वार, 9 जुलाई । रुड़की के मोहनपुरा स्थित आश्रम में गत 41 दिनों से योगी मौनीनाथ महाराज विश्वकर्मा शंकराचार्य बाबा मौन व्रत कर अग्नि तपस्या में बैठे थे। अग्नि तपस्या का समापन होने पर भव्य यज्ञ और विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जगद्गुरु शंकराचार्य, विभिन्न स्थानों से आए संतों एवं अतिथियों ने भाग लिया।
योगी बाबा ने कहा कि जनकल्याण के लिए वह प्रत्येक वर्ष तपस्या करते हैं, जिसमें 41 दिनों तक अग्नि की तपस के बीच बैठकर ईश्वर की प्रार्थना की जाती है। पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस प्रकार के संतों के कारण आज धर्म को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कोई भी व्यक्ति जिस धर्म से भी जुड़ा है उसे अपने धर्म के प्रति समर्पित होना चाहिए। जगद्गुरु विश्वकर्मा शंकराचार्य दिलीप योगीराज इस प्रकार के योग तपस्या से जहां लोग धर्म की ओर अग्रसर होते हैं वहीं लोग नकारात्मकता से दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा की ओर बढ़ते हैं।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री अजेय, भाजपा ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव कौशिक, पार्षद मयंक पाल, सुशील चौहान, अश्वनी भारद्वाज, केडी धीमान, प्रदीप पाल, इंद्रपाल सिंह, राम, दीपक धीमान, सुमित धीमान, सतीश त्यागी, वंश धीमान, मानू, पवन, अमितनाथ, भूपेंद्र नाथ, योगेंद्र नाथ, हिमांशु, सोहनलाल भगत, शानू, भोला, वीरेंद्र आदि मौजूद रहे।