चन्द्रयान-3 की लैंडिंग के साक्षी बनेंगे गुरुकुल के कर्मचारी
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के सभागार में चन्द्रयान-3 मिशन का सीधा प्रसारण प्रसारित किए जाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्रों के लिए व्यवस्था की गयी।
इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्रों में भारी उत्साह देखने का मिल रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है, जिसके हम सभी को साक्षी बनने का सौभाग्य मिल रहा है। आज निश्चय ही भारत चंद्रमा पर सफल लैंडिंग कर अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश-दुनिया में अपनी प्रतिभा को सिद्ध करेगा। इस सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की तरफ से देश के वैज्ञानिकों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
कुलसचिव प्रो. डीएस मलिक ने इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों से सीधा प्रसारण कार्यक्रम में प्रतिभाग करने का आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जब हम अन्तरिक्ष के क्षेत्र में भारत द्वारा एक नया इतिहास रखने के साक्षी होंगे। उन्होंने इस अवसर पर सीधे प्रसारण से कर्मचारियों को जोड़ने के लिए इस कार्य में लगे शिक्षक व तकनीकी टीम को बधाई दी।
इस आयोजन के सीधा प्रसारण की व्यवस्था किए जाने में संकायाध्यक्ष, प्राच्य विद्या संकाय, प्रो. प्रभात कुमार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा. अरुण कुमार एवं डॉ. विपुल भट्ट के निर्देशन में व्यापक तैयारियां की गयी।
