19 जिलों से आए कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर लखनऊ में किया सत्याग्रह
उत्तर प्रदेश: यूपी पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के नेतृत्व में प्रदेश के 19 जिलों से आये कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर लखनऊ के शक्ति भवन मुख्यालय पर सत्याग्रह किया, जिसमे हज़ारो की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए. आपको बता दें कि मध्यांचल की ओर से कर्मचारियों को कार्य से हटाया जा रहा था, जिसको लेकर कर्मचारियों में रोष देखने को मिला। जिसको लेकर कर्मचारियों ने मिलकर मध्यांचल के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों की मुख्य मांगो के बारे में बात करे तो कर्मचारियों का कहना है कि कर्मचारियों को कार्य से नहीं हटाया जाये, छटनी के नाम पर हटाए गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस लेने, मानक के अनुरूप सुरक्षा उपकरण देने व ई-पहचान पत्र देने और मृतक कर्मचारियों के परिजनों को जल्द ही दुर्घटना का लाभ दिया जाये।
जिसमें पूर्व से कार्य कर रहे कर्मचारियों को कार्य से नहीं हटाने, छटनी के नाम पर हटाए गए कर्मचारियों को कार्य पर वापस लेने, मानक के अनुरूप सुरक्षा उपकरण देने व ई पहचान पत्र देने हेतु मुख्य अभियंता वितरण को निर्देशित किया जाएगा, मृतक कर्मचारियों के परिजनों को अतिशीघ्र दुर्घटना ही लाभ दिया जाएगा, मेसर्स टी डी एस कंपनी व अवनी परिधि द्वारा ई पी एफ आदि में किए गए.
अनियमिता के सम्बन्ध में जांच अधिकारी द्वारा दिए गए जांच रिपोर्ट के अनुसार कारवाई कि जाएगी, मेसर्स जन्मेजा सिंह द्वारा कर्मचारियों के ई पी एफ में कि गई अनियमिता के खिलाफ जांच कराई जाएगी, मेसर्स साधना सिक्योरिटी सर्विसेज एवं मेसर्स एस के इलेक्ट्रिकल्स द्वारा ई पी एफ में किए गए अनियमित कि धनराशि को उनके जब्त प्रतिभूति से कटौती कर कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में जमा कराया जाएगा.
माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हुए कर्मचारियों का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा, स्वर्गीय मनमोहन चौबे के परिजनों को पेंशन आदि का ही लाभ दिलाया जाएगा, छटनी के नाम पर हटाए गए कर्मचारियों को 15 दिन के अन्दर जांच कराकर कार्य पर वापस लिया जाएगा, कार्य में दक्ष कर्मचारियों को 55 वर्ष का हवाला देकर कार्य से नहीं हटाया जाएगा, श्रमायुक्त के नियमानुसार कर्मचारियों को अवकाश दिया जाएगा एवं कारपोरेशन के नियमानुसार कर्मचारियों को बोनस देने हेतु आवश्यक कार्यवाही किया जाएगा पर सहमति बनी, जिसके बाद संगठन द्वारा सत्याग्रह कार्य क्रम को स्थगित कर दिया गया।