सोमवार को बाबा महाकाल की इस श्रावण-भादौ मास की तीसरी सवारी धूमधाम से निकलेगी। पालकी में चंद्रमौलेश्वर विराजित होंगे। हाथी पर मन महेश रहेंगे। बारिश के दौर के बीच यदि रामघाट पर बाढ़ का पानी रहता है तो रामानुज कोट तिराहे पर तखत लगाकर बाबा का पूजन,अभिषेक किया जाएगा। सोमवार शाम 4 बजे महाकाल मंदिर में कोटितीर्थ के समीप बाबा महाकाल का पूजन करने के बाद बाबा को रजत पालकी में विराजित किया जाएगा। इसके […]Read More
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के चारा अनुभाग को ज्वार फसल पर उत्कृष्ट अनुसंधानों के लिए लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2022-23 का सर्वश्रेष्ठ अुनसंधान केन्द्र अवार्ड प्रदान किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि भारतीय कृषि अनुंसधान परिषद, नई दिल्ली के अंतर्गत भारतीय श्रीअन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद द्वारा आयोजित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (ज्वार) की 53वीं वार्षिक समूह बैठक में उपरोक्त परिषद् के सहायक महानिदेशक (खाद्य एवं चारा […]Read More
कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने शनिवार को गांधी उद्यान कचहरी चौराहा पर मणिपुर की हिंसा और अमानवीय घटना को लेकर उपवास पर बैठकर चिंता व्यक्त की। दोषियों को फांसी दिये जाने व मणिपुर में शांति बहाल किये जाने की मांग की। कांग्रेसियों ने सुबह गांधी उद्यान पहुंचकर प्रदेश महासचिव राहुल रिछारिया के मुख्य आतिथ्य एवं शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता की अध्यक्षता में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उपवास पर बैठ गए। इस […]Read More
हर वर्ष की भांति इस साल भी पवित्र श्रावस मास में हरदा नगर के 12 ज्योतिर्लिंग स्वरूप गुप्तेश्वर महादेव पर कावड़ियों द्वारा नर्मदा जल से अभिषेक होगा। लेकिन इस बार की कावड़ यात्रा खास होने वाली है। दरअसल इस वर्ष प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल स्वयं कावड़ यात्रा में शामिल होकर 20 किलोमीटर का पैदल सफर तय करेंगे और करीब 10 हजार से ज्यादा कावड़ियों के साथ गृप्तेश्वर भगवान शिव का नर्मदा जल से […]Read More
कल प्रियंका गांधी ग्वालियर आई थीं और मंच से कुछ बातों की गारंटी दे रही थीं। मैं प्रदेश की जनता को यह बता देना चाहता हूं कि कांग्रेस अगर कोई गारंटी दे सकती है, तो वह घोटालों की गारंटी है, परिवारवाद की गारंटी है। प्रियंका गांधी की सभा के मंच से भी यही दिखाई दिया। दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेता को बोलने का मौका नहीं मिला, क्योंकि वे गांधी परिवार को खुश करने की व्यवस्थाओं […]Read More