हापुड़ NH-9 पर भैंसा बुग्गी रेस और स्टंटबाजी: वायरल वीडियो ने पुलिस को हरकत में लाया, चालान कटा
हापुड़, 30 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में नेशनल हाईवे-9 पर युवाओं की खतरनाक स्टंटबाजी और भैंसा बुग्गी रेस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। रात के अंधेरे में कारों के काफिले ने हाईवे को ‘हाईजैक’ कर लिया, जहां पंजाबी गानों पर VIP स्टाइल में रील बनाई गई। यह लापरवाही न केवल यातायात को जोखिम में डाल रही है, बल्कि पशु क्रूरता का भी आरोप लगा रही है। पुलिस ने एक कार पर 31,500 रुपये का चालान ठोका है, लेकिन क्या यह काफी है? आइए, तीन हिस्सों में इस घटना को समझते हैं।
वायरल वीडियो में VIP स्टंटबाजी और भैंसा बुग्गी रेस
हापुड़ से गढ़मुक्तेश्वर जाने वाले NH-9 पर रात में करीब आधा दर्जन लग्जरी कारों का काफिला दौड़ा। युवा खिड़की से बाहर झुककर मोबाइल से वीडियो बनाते नजर आए, जबकि बराबर में भैंसा बुग्गी तेज रफ्तार से दौड़ रही थी। पंजाबी गाने बजते रहे, और बाइकर्स ने हाईवे घेर लिया। वीडियो में युवा VIP अंदाज में रील शूट कर रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। यह स्टंटबाजी न केवल हाईवे पर जाम पैदा कर रही है, बल्कि अन्य वाहनों के लिए खतरा बनी। स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं, जहां युवा लोकप्रियता के चक्कर में जान जोखिम में डाल रहे हैं। वीडियो की लंबाई 7-8 मिनट है, जिसमें पूरा काफिला हाईवे पर ‘रेस’ करता दिख रहा है।
पशु क्रूरता और यातायात नियमों का उल्लंघन
भैंसा बुग्गी दौड़ को जिला प्रशासन ने पहले ही प्रतिबंधित कर दिया है, क्योंकि यह पशु क्रूरता का मामला है। वीडियो में भैंसे को तेज रफ्तार में दौड़ाते दिखाया गया, जो जानवरों के अधिकारों का हनन है। साथ ही, कारों और बाइकों की स्टंटबाजी मोटर व्हीकल एक्ट का सीधा उल्लंघन है। हाईवे पर जाम से अन्य ड्राइवरों को परेशानी हुई, और रात के समय होने से हादसे का खतरा और बढ़ गया। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने की होड़ में युवा ट्रैफिक नियम भूल जाते हैं। इससे पहले बागपत और अन्य जिलों में ऐसी ही भैंसा रेस के वीडियो वायरल हो चुके हैं, जहां जाम और दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। यह घटना पुलिस की निगरानी पर सवाल खड़ी कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की चेतावनी
वीडियो वायरल होते ही हापुड़ पुलिस ने संज्ञान लिया। टीएसआई छविराम ने बताया कि वीडियो में दिखी एक कार की पहचान कर 31,500 रुपये का चालान किया गया है, जबकि बाकी वाहनों की जांच जारी है। स्टंटबाजी करने वालों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई होगी। पुलिस ने अपील की है कि हाईवे पर रील बनाने या अवैध रेस न करें, वरना वाहन सीज और लाइसेंस रद्द हो सकता है। जिला प्रशासन ने पशु क्रूरता रोकने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। लेकिन वीडियो लगातार आने से सवाल उठ रहा है कि क्या सख्ती काफी है? स्थानीयों का कहना है कि युवाओं को जागरूक करने के लिए स्कूल-कॉलेज में काउंसलिंग जरूरी है। यह घटना यूपी में स्टंटबाजी के बढ़ते क्रेज को उजागर करती है।