• March 13, 2025

अयोध्या: अप्रत्याशित भीड़ ने बदली रामलला की दिनचर्या, 19 घंटे तक दे रहे हैं दर्शन; भोग और आरती का समय भी घटा

अयोध्या, 26 फरवरी 2025: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में पिछले कुछ दिनों से रामलला के दर्शन के लिए अत्यधिक भीड़ उमड़ रही है। इस अप्रत्याशित भीड़ ने मंदिर प्रशासन को रामलला के दर्शन और पूजा के समय में बदलाव करने के लिए मजबूर कर दिया है। अब रामलला के दर्शन सुबह से लेकर रात तक लगातार 19 घंटे तक दिए जा रहे हैं, जबकि पहले दर्शन का समय सीमित था। इसके साथ ही, भोग और आरती का समय भी घटा दिया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन का अवसर मिल सके।

रामलला के दर्शन के लिए अब श्रद्धालु पूरे दिन और रात में कभी भी मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं, लेकिन इसके साथ ही इस व्यवस्था में कुछ नई चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। मंदिर प्रशासन का कहना है कि ज्यादा भीड़ के कारण व्यवस्थाएं बदलने की जरूरत पड़ी है, ताकि दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो और वे अपने धार्मिक कर्तव्यों को सहजता से निभा सकें।

अप्रत्याशित भीड़ का कारण

अयोध्या में पिछले कुछ महीनों से बढ़ते हुए रामलला के दर्शन के प्रति श्रद्धा और आस्था को देखते हुए, मंदिर प्रशासन ने पहले से ही दर्शन के समय में कुछ सुधार करने की योजना बनाई थी। लेकिन, हाल ही में रामलला के दर्शन के लिए जो अप्रत्याशित भीड़ उमड़ी है, उसने व्यवस्थाओं को पूरी तरह से बदलने की जरूरत महसूस कराई है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे एक बड़ा कारण राम मंदिर के निर्माण कार्य की प्रगति और राममंदिर के शुभारंभ के बाद श्रद्धालुओं का एकत्रित होना है। हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं, और यह संख्या अब लगातार बढ़ती जा रही है। इस भीड़ को नियंत्रित करने और सभी श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन का अवसर देने के लिए प्रशासन को नए समय निर्धारण की दिशा में कदम उठाने पड़े हैं।

19 घंटे तक चलेगा दर्शन

अब रामलला के दर्शन की व्यवस्था को और अधिक सुलभ बनाने के लिए, प्रशासन ने मंदिर के दर्शन का समय बढ़ा दिया है। पहले रामलला के दर्शन सुबह 4 बजे से 12 बजे तक और फिर शाम को 5 बजे से रात 8 बजे तक होते थे। लेकिन अब इन समयों में बदलाव कर दिया गया है और दर्शन का समय 19 घंटे तक बढ़ा दिया गया है।

नया समय कार्यक्रम इस प्रकार है:

  • प्रथम दर्शन: सुबह 4 बजे से सुबह 11 बजे तक
  • दूसरे दर्शन: दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक
  • तीसरे दर्शन: शाम 6 बजे से रात 11 बजे तक

यह व्यवस्था अब श्रद्धालुओं को किसी भी समय मंदिर में दर्शन करने की सुविधा देगी, जिससे अधिक लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के साथ-साथ स्वच्छता का भी ध्यान रखा जाए। इस लंबी अवधि में दर्शन कराने के साथ-साथ भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए सुरक्षा अधिकारियों की संख्या में भी इज़ाफा किया गया है।

भोग और आरती का समय घटाया

अप्रत्याशित भीड़ के कारण मंदिर प्रशासन ने रामलला के भोग और आरती के समय में भी बदलाव किया है। पहले जहां रामलला के भोग और आरती का समय लगभग 2 घंटे तक था, अब इसे घटाकर 1 घंटे कर दिया गया है। इस निर्णय के पीछे का मुख्य उद्देश्य यह है कि दर्शन के समय को बढ़ाकर अधिक श्रद्धालुओं को धार्मिक कार्यों में भाग लेने का मौका दिया जा सके।

अब हर दिन भोग और आरती का आयोजन सुबह 11 बजे से लेकर 12 बजे तक होगा। मंदिर प्रशासन का कहना है कि यह निर्णय भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को संतुष्ट करने के लिए लिया गया है। इससे मंदिर की आंतरिक व्यवस्था में भी सुधार होगा और श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के पूजा-अर्चना कर सकेंगे।

दर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था

रामलला के दर्शन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन काफी सतर्क है। सुरक्षा अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की तैनाती पहले से कहीं अधिक बढ़ा दी गई है। अयोध्या में भीड़ बढ़ने के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर की संख्या बढ़ाई गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।

इसके अलावा, प्रशासन ने पार्किंग और यातायात व्यवस्था में भी सुधार किया है ताकि दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को पार्किंग के लिए कोई समस्या न हो और वे आसानी से मंदिर तक पहुंच सकें। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में श्रद्धालुओं को दर्शन का अवसर मिलता है, और उन्हें मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता।

स्थानीय व्यापार पर असर

रामलला के दर्शन के समय में बदलाव का असर अयोध्या के स्थानीय व्यापारियों पर भी पड़ा है। पहले जहां व्यापारियों को दर्शन के समय के दौरान कुछ निश्चित समय में ग्राहकों की संख्या मिलती थी, अब लंबे समय तक चलने वाले दर्शन के कारण उनके व्यापार में भी इज़ाफा हुआ है। मंदिर परिसर और इसके आस-पास के बाजारों में अब दिनभर व्यस्तता बनी रहती है। इससे स्थानीय व्यापारियों को भी काफी फायदा हो रहा है।

श्रद्धालुओं का उत्साह

रामलला के दर्शन के लिए जो बदलाव किए गए हैं, वह श्रद्धालुओं के बीच बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। मंदिर में घंटों लंबी कतारों में खड़ा रहना अब श्रद्धालुओं के लिए आसान हो गया है। उनका कहना है कि अब वे बिना किसी परेशानी के अपनी आस्था का पालन कर सकते हैं और मंदिर में अधिक समय बिता सकते हैं।

श्रद्धालु अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताते हैं कि पहले के मुकाबले अब उन्हें रामलला के दर्शन करने में अधिक आराम और सहूलत मिल रही है। “हम हर बार अयोध्या आते हैं, लेकिन इस बार का अनुभव बिल्कुल अलग है। दर्शन के समय का विस्तार और सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था से हमें काफी राहत मिल रही है,” एक श्रद्धालु ने कहा।ऱ

निष्कर्ष

रामलला के दर्शन के समय में किए गए ये बदलाव अयोध्या में बढ़ती श्रद्धालु संख्या और उनकी आस्था के अनुसार जरूरी थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने रामलला के दर्शन के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। यह कदम न केवल श्रद्धालुओं को सहूलियत प्रदान करेगा, बल्कि अयोध्या को एक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में और भी प्रतिष्ठित करेगा।

रामलला के दर्शन का यह नया अनुभव निश्चित रूप से श्रद्धालुओं के लिए एक सुखद अनुभव होगा, और इससे अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

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