वाराणसी: अधिवक्ता के घर पर हमले के बाद परिवार की महिलाएं दहशत में, सुरक्षा की मांग
वाराणसी, 2 मई 2025: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक अधिवक्ता के घर पर कथित तौर पर 20-25 लोगों ने हमला बोलकर तोड़फोड़ और पथराव किया। इस घटना के बाद पीड़ित अधिवक्ता ने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन से गुहार लगाई है। उनका कहना है कि हमले के कारण उनके परिवार की महिलाएं और बच्चे दहशत में हैं और घर से बाहर निकलने में डर रही हैं।
क्या है पूरा मामला?
घटना वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के तहत रथयात्रा-महामोचन मार्ग पर मंगलवार (29 अप्रैल 2025) रात करीब 9 बजे की है। अधिवक्ता रमेश यादव, जो सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं, ने बताया कि उनके पड़ोसी अजय यादव और उनके रिश्तेदार संजय यादव सहित 20-25 लोगों ने उनके घर पर चढ़कर हमला किया। हमलावरों ने घर के बाहर खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त किया, पथराव किया और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान अधिवक्ता का परिवार घर के अंदर ही रहा, लेकिन महिलाएं और बच्चे बुरी तरह डर गए।
रमेश यादव ने बताया कि यह विवाद पुरानी रंजिश का नतीजा है। उन्होंने कहा, “हमलावरों ने पहले भी धमकियां दी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने सीधे घर पर हमला कर दिया। मेरी पत्नी, बेटी और अन्य महिला सदस्य अब घर से बाहर निकलने से डर रही हैं। हमारी सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।”
पुलिस कार्रवाई और एफआईआर
घटना की सूचना मिलते ही सिगरा पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। अधिवक्ता की शिकायत पर सिगरा थाने में अजय यादव और संजय यादव सहित 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 323 (मारपीट), 427 (संपत्ति को नुकसान), 504 (अपमान), और 506 (धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सिगरा थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, और सीसीटीवी फुटेज की मदद से अन्य हमलावरों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा, “पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”

अधिवक्ता की मांग: सुरक्षा और सख्त कार्रवाई
रमेश यादव ने वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मुलाकात कर अपने परिवार के लिए तत्काल सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा, “मैं एक वकील हूं और कोर्ट में कई केस लड़ता हूं। इस तरह के हमले से मेरे परिवार का मनोबल टूट रहा है। पुलिस को हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों को स्थानीय स्तर पर कुछ लोगों का समर्थन प्राप्त है, जिसके कारण वे बेखौफ होकर इस तरह की हरकत कर रहे हैं। अधिवक्ता ने अपने परिवार के लिए सशस्त्र सुरक्षा गार्ड और नियमित पुलिस गश्त की मांग की है।
महिलाओं में डर का माहौल
रमेश यादव की पत्नी और बेटी ने बताया कि हमले के बाद से वे घर में ही कैद हैं। उनकी पत्नी ने कहा, “रात को पथराव और गाली-गलौज की आवाजें सुनकर हम बहुत डर गए। बच्चे अब भी सहमे हुए हैं। हमारी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है।” परिवार ने प्रशासन से अपील की है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि वे सामान्य जीवन जी सकें।
कानूनी बिरादरी का समर्थन
वाराणसी बार एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा की है और अधिवक्ता के परिवार की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने कहा, “यह न केवल एक अधिवक्ता के परिवार पर हमला है, बल्कि कानूनी बिरादरी के सम्मान पर भी प्रहार है। हम पुलिस और जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाए।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। कई यूजर्स ने वाराणसी पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। एक यूजर ने एक्स पर लिखा, “वाराणसी जैसे पवित्र शहर में एक वकील के परिवार पर इस तरह का हमला शर्मनाक है। पुलिस को तुरंत कदम उठाना चाहिए।”
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि मामले में शामिल अन्य हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा, “हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। जल्द ही सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
सुझाव और अपील
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पीड़ित परिवार के लिए: अपनी सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के संपर्क में रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
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नागरिकों से अपील: इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामुदायिक सतर्कता बढ़ाएं और पुलिस का सहयोग करें।
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प्रशासन से मांग: वाराणसी में कानून व्यवस्था को और सख्त करें, खासकर संवेदनशील इलाकों में रात में गश्त बढ़ाएं।
यह घटना वाराणसी में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है और प्रशासन के लिए एक चुनौती है कि वह पीड़ित परिवार को सुरक्षा और न्याय प्रदान करे। इस मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और पारदर्शी जांच से ही लोगों का भरोसा कायम रहेगा।