अखिलेश यादव का बयान: 2025 बजट को लेकर किया तीखा हमला
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पेश किए गए 2025 के बजट पर तीखा हमला किया है। उन्होंने इसे ‘बढ़ा हुआ ढोल’ करार देते हुए कहा कि इसमें आवाज़ बहुत है, लेकिन अंदर कुछ नहीं है। अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पिछले नौ बजटों के दौरान जनता को धोखा ही दिया है और अब तक किसी भी महत्वपूर्ण घोषणा को लागू नहीं किया गया है।
अखिलेश यादव ने भाजपा के मंत्रियों और विधायकों पर भी निशाना साधते हुए कहा, “बजट देखकर भाजपा के मंत्रियों के गले सुख गए हैं क्योंकि अब इन्हें ही जनता का सामना करना होगा। बेरोजगारों को इन विधायकों को ही फेस करना पड़ेगा। लोग पूछ रहे हैं कि जुमला मंत्रालय के लिए क्या है?” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने जो वादे किए थे, उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
सपा अध्यक्ष ने भाजपा सरकार की नीतियों पर और हमला करते हुए अंग्रेजी की एक कहावत “साइलेंस इज़ गोल्ड” का उदाहरण देते हुए कहा, “विद्वानों की सभा में मूढ़ के लिए मौन ही आभूषण होता है।” यह कहावत उन्होंने भाजपा के नेताओं पर तंज करते हुए कहा, जो पहले उर्दू का विरोध करते थे, लेकिन अपने भाषणों में बार-बार उर्दू का इस्तेमाल करते थे।
अखिलेश यादव ने सरकार के घोषणा पत्र का भी जिक्र किया, जिसमें किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और गन्ना किसानों के बकाए को लेकर वादे किए गए थे, लेकिन उनका कहना था कि इन वादों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने गन्ना किसानों के बकाए को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “गन्ना किसानों का बकाया यह सरकार नहीं बताती है, गन्ने का मूल्य क्या है, यह भी नहीं बताते। डबल इंजन की सरकार ने डबल ब्लंडर किया है।”
सपा अध्यक्ष ने 2017 के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को भी याद किया, जिसमें छह मेगा फूड पार्क स्थापित करने की बात की गई थी, लेकिन अखिलेश ने कहा कि आज तक एक भी फूड पार्क नहीं स्थापित किया गया। इसके साथ ही महिलाओं की सरकारी नौकरियों में संख्या दोगुनी करने की योजना पर भी सवाल उठाया और पूछा, “क्या महिलाओं की संख्या दोगुनी हुई?”
अखिलेश यादव ने वित्तमंत्री के गृह जनपद शाहजहांपुर का भी उदाहरण देते हुए कहा कि वहां मेडिकल कॉलेज ठीक से नहीं चल पा रहा है और एंबुलेंस तक उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने गोरखपुर में कैंसर के इलाज के लिए एक महिला मरीज़ का जिक्र करते हुए कहा कि उसे सही इलाज के लिए लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट में आना पड़ा। “गोरखपुर के मरीज़ को बीआरडी गोरखपुर, एम्स में इलाज नहीं मिल पा रहा था, इसीलिए उसे लखनऊ आना पड़ा। ओपीडी में ज़मीन पर बिस्तर बिछा कर मरीज बैठते हैं। कैंसर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर हमारे सवालों का जवाब देने से बचते हैं,” अखिलेश ने कहा
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तराखंड में अब ज़मीन नहीं खरीदी जा सकती क्योंकि वहां एक नया कानून बना दिया गया है। अखिलेश ने यह स्पष्ट किया कि बजट में जो भी घोषणाएँ की गई हैं, वे सभी धोखा ही धोखा हैं और इस सरकार का ध्यान केवल अपनी छवि सुधारने पर है, जबकि आम जनता को उनकी बुनियादी जरूरतों से वंचित रखा गया है।
अखिलेश यादव ने इस बजट को पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि यह बजट प्रदेश की वास्तविक समस्याओं से मुंह मोड़ने का एक तरीका है।
