राजीव गांधी की मौत के बाद कौन था वो बॉलीवुड सुपरस्टार जिसने उठाया था राहुल गांधी का बैग, मुश्किल वक्त में बना था सहारा
नई दिल्ली, भारत: 21 मई, 1991 को राजीव गांधी की हत्या ने देश को हिलाकर रख दिया था। यह गांधी परिवार के लिए सबसे कठिन दौर था, जब राहुल गांधी अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे और प्रियंका गांधी सिर्फ 17 साल की थीं। उस दुख की घड़ी में एक बॉलीवुड सुपरस्टार गांधी परिवार के साथ मजबूती से खड़ा रहा। यह कोई और नहीं, बल्कि अमिताभ बच्चन थे, जिनकी राजीव गांधी से गहरी दोस्ती थी। हाल ही में वायरल हुए वीडियो ने इस भावुक रिश्ते को फिर से जिंदा कर दिया है। आइए, तीन हिस्सों में जानते हैं इस कहानी को, जहां दोस्ती, दुख और समर्थन की तस्वीर उभरती है।
वायरल वीडियो: राहुल का बैग और अमिताभ का साथ
वायरल वीडियो 1991 का है, जब राजीव गांधी की हत्या के बाद राहुल गांधी विदेश से दिल्ली लौटे। एयरपोर्ट पर प्रियंका उन्हें रिसीव करने पहुंचीं। वीडियो में काले कपड़ों में अमिताभ बच्चन राहुल के पीछे चलते दिखते हैं, उनके हाथ में राहुल का बैग है। जैसे ही राहुल रुकते हैं, अमिताभ बैग जमीन पर रखकर शांति से इंतजार करते हैं। प्रियंका अपने भाई को गले लगाती हैं, और अमिताभ धैर्यपूर्वक खड़े रहते हैं। एक अन्य वीडियो में, राहुल जब घर पहुंचते हैं, तो जया बच्चन उन्हें गले लगाती हैं। ये दृश्य उस दौर की संवेदनशीलता को दर्शाते हैं, जब बच्चन परिवार गांधी परिवार के लिए ढाल बना। सोशल मीडिया पर ये वीडियो लाखों बार देखे जा चुके हैं, और लोग अमिताभ की सादगी की तारीफ कर रहे हैं।
गांधी-बच्चन की दोस्ती: जड़ें और गहराई
गांधी और बच्चन परिवार की दोस्ती दशकों पुरानी है। इसकी शुरुआत सरोजनी नायडू ने की, जिन्होंने तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी को मिलवाया। इसके बाद अमिताभ और उनके भाई अजिताभ की दोस्ती राजीव और संजय गांधी से हुई। यह रिश्ता इतना गहरा था कि सोनिया गांधी ने शादी से पहले भारतीय संस्कृति सीखने के लिए बच्चन परिवार के साथ समय बिताया। राजीव की शादी में बच्चन परिवार की अहम भूमिका थी। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में राजीव के आग्रह पर अमिताभ ने इलाहाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। राजीव की हत्या के वक्त भी अमिताभ उनके साथ खड़े रहे। हालांकि, बाद में दोनों परिवारों में कड़वाहट की खबरें आईं, लेकिन जया और सोनिया के हालिया वीडियो बताते हैं कि रिश्ते फिर से सामान्य हो गए हैं।
अमिताभ का समर्थन: दोस्ती का प्रतीक
अमिताभ की यह हरकत सिर्फ एक दोस्त की जिम्मेदारी नहीं थी, बल्कि एक परिवार की तरह साथ निभाने का प्रतीक थी। 1991 में, जब राहुल और प्रियंका अपने पिता की मौत के सदमे में थे, अमिताभ और जया ने उनके लिए भावनात्मक और व्यावहारिक सहारा दिया। वायरल वीडियो में अमिताभ का राहुल का बैग उठाना और जया का प्रियंका को गले लगाना इस रिश्ते की गहराई दिखाता है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “अमिताभ जी का यह व्यवहार दिखाता है कि सच्ची दोस्ती मुश्किल वक्त में काम आती है।” यह घटना न केवल गांधी-बच्चन परिवार की दोस्ती को उजागर करती है, बल्कि आज के दौर में भी मानवीय संवेदनाओं की ताकत को दर्शाती है।