लंबित प्रकरण पर मंडलायुक्त नाराज, सीएमओ व डिप्टी सीएमओ को प्रतिकूल प्रविष्टि
मंडलायुक्त डा. मुथुकुमार स्वामी बी. की अध्यक्षता में बुधवार को आयुक्त कार्यालय सभागार में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के सेवानिवृत्तिक दावों से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण के लिए मंडलीय पेंशन अदालत का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से संबंधित लंबित प्रकरण पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई और सीएमओ डा. राजेंद्र प्रसाद व डिप्टी सीएमओ डा. मुकेश कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया। इसके अलावा जमालपुर पीएससी के एमओसीएच डा. राजन व संबंधित बाबू और वरिष्ठ सहायक का प्रतिकूल प्रविष्टि तथा जून का वेतन रोकने को कहा। जिलाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक अजय श्रीवास्तव को प्रतिकूल प्रविष्टि तथा तत्काल स्थानांतरित किए जाने का निर्देश दिया। साथ ही पेंशन अदालत में अनुपस्थित जिला विद्यालय निरीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा।
39 दावे आए, 11 का मौके पर निस्तारण
मंडलायुक्त ने मंडल के समस्त कार्यालयायक्षों को निर्देशित किया कि वह अपने अधीन सेवानिवृत्त कर्मचारियों के सेवानवृत्तिक लाभों का नियमानुसार गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। साथ ही आगामी पेंशन अदालत में संबंधित आहरण वितरण अधिकारी व्यक्तिगत रूप से पत्रावली का परीक्षण कर प्रकरण का नियमानुसार निस्तारण करें और बैठक में उपस्थित हों। मुख्य चिकित्साधिकारी के प्रकरण में मंडलायुक्त ने सुनवाई स्थल पर ही वित्त नियंत्रक, महानिदेशक, परिवार कल्याण, लखनऊ से बजट उपलब्ध कराए जाने के लिए दूरभाष पर वार्ता की। वहीं वित्त नियंत्रक, पुलिस मुख्यालय, लखनऊ से दूरभाष पर वार्ता कर पुनरीक्षण प्राधिकार-पत्र निर्गत कराया गया। पेंशन अदालत में मंडल के सेवानिवृत्त पेंशनरों के पेंशन संबंधी समस्याओं के निवारण संबंधित 39 दावे सुने गए। इनमें से 11 मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। शेष 28 प्रकरण को एक सप्ताह से एक माह के अंदर निस्तारित करने का निर्देश दिया।
बैठक में अपर आयुक्त (प्रशासन) रमेश चंद्र, अपर आयुक्त (न्यायिक) अभय कुमार पांडेय, पेंशन निदेशक के प्रतिनिधि धर्मेंद्र पति त्रिपाठी, कोषागार एवं पेंशन अर्चना त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी सत्यप्रकाश सिंह आदि थे।