बिहार चुनाव से पहले JDU का बड़ा एक्शन: 11 नेताओं की छुट्टी, सियासी हलचल तेज
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (यूनाइटेड) यानी JDU ने ऐसा कदम उठाया है जिसने सूबे की सियासत में हलचल मचा दी है। पार्टी ने अपने कई वरिष्ठ चेहरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए बड़ी सर्जरी की है। इस फैसले ने न सिर्फ JDU के अंदर हलचल बढ़ाई है बल्कि विपक्षी दलों को भी नई रणनीति पर सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या यह कदम चुनावी समीकरणों को बदल देगा या पार्टी के लिए आत्ममंथन का संकेत है — यही अब सबसे बड़ा सवाल है।
आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है।
JDU का कड़ा फैसला
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (यूनाइटेड) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए नेताओं के खिलाफ निर्णायक एक्शन लिया है। पार्टी ने चार पूर्व विधायकों समेत कुल 11 नेताओं को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई संगठन के अनुशासन और पार्टी लाइन से भटकने वालों को सख्त संदेश देने के रूप में देखी जा रही है। JDU के इस कदम से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार, इन नेताओं पर चुनावी रणनीति और पार्टी की एकजुटता को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे, जिसके बाद केंद्रीय नेतृत्व ने यह बड़ा फैसला लिया।
निष्कासित नेताओं की सूची
JDU ने जिन 11 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया है, उनमें कई बड़े और पुराने नाम शामिल हैं। सूची में पूर्व मंत्री शैलेश कुमार, पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद, पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह, पूर्व विधान पार्षद रणविजय सिंह, पूर्व विधायक सुदर्शन कुमार, अमर कुमार सिंह, महुआ से जदयू की प्रत्याशी रहीं आस्मां परवीन, लव कुमार, आशा सुमन, दिव्यांशु भारद्वाज और विवेक शुक्ला के नाम शामिल हैं। इन सभी पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ नेता आगामी चुनाव में अन्य दलों के टिकट पर मैदान में उतरने की तैयारी में थे, जिससे पार्टी नेतृत्व ने तत्काल कार्रवाई का निर्णय लिया।
चुनावी माहौल में हलचल
बिहार में विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस बीच JDU के इस फैसले से एनडीए खेमे के भीतर भी चर्चा तेज है। दूसरी ओर, महागठबंधन और जनसुराज जैसी पार्टियां इस स्थिति को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश में जुटी हैं। इस बार का चुनाव दिलचस्प रहने वाला है क्योंकि मतदाताओं के सामने पुरानी पार्टियों के साथ-साथ नई राजनीतिक ताकतें भी हैं।
नीतीश कुमार का आत्मविश्वास बरकरार
इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बक्सर जिले के डुमरांव और पटना के फुलवारीशरीफ के रामकृष्णा नगर में एनडीए प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा की। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले दो दशकों में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं और सरकार ने समाज के हर वर्ग के हित में काम किया है। नीतीश ने भरोसा जताया कि आने वाले समय में बिहार देश के सबसे विकसित राज्यों में शामिल होगा। हालांकि पार्टी के भीतर हुए इस ताजा एक्शन के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह अनुशासनात्मक सर्जरी JDU को चुनाव में मजबूती देगी या नए समीकरण बनाएगी।