यमुना नदी का उफान: पुराने लोहा पुल पर जलस्तर की स्थिति
लखनऊ/ 21 अगस्त 2025: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। खबरों के मुताबिक, 21 अगस्त 2025 को सुबह 6 बजे पुराने लोहा पुल (ओल्ड रेलवे ब्रिज) पर यमुना का जलस्तर 205.91 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर था। सुबह 8 बजे यह 205.79 मीटर पर स्थिर रहा, जो 206 मीटर के निकासी स्तर से थोड़ा नीचे है।
वर्तमान स्थिति
जलस्तर: सुबह 6 बजे 205.91 मीटर और 8 बजे 205.79 मीटर, जो खतरे के निशान (205.33 मीटर) से ऊपर है, लेकिन निकासी स्तर (206 मीटर) से नीचे है। ड्रोन वीडियो में दिखा कि पानी पुल के निचले हिस्से तक पहुंचा है, जिससे यमुना बाजार और कश्मीरी गेट जैसे क्षेत्रों में पानी भर गया। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और हरियाणा में भारी बारिश के कारण हथिनीकुंड बैराज से 1.78 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया। वजीराबाद बैराज से भी 68,230 क्यूसेक पानी प्रति घंटा छोड़ा जा रहा है। खबरों के मुताबिक, ऊपरी क्षेत्रों में मिट्टी का संतृप्त होना और छोटे बांधों का टूटना भी जलस्तर बढ़ने का कारण है। यमुना बाजार, कश्मीरी गेट, सिविल लाइंस, और निगम बोध घाट जैसे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति है। यदि जलस्तर 206 मीटर तक पहुंचता है, तो पुराने लोहा पुल पर रेल और सड़क यातायात बंद हो सकता है।
प्रशासन की कार्रवाई
राहत और बचाव: खबरों के मुताबिक, दिल्ली सरकार और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निचले इलाकों में राहत शिविर स्थापित किए हैं। एनडीआरएफ, पुलिस, और 45 नावें तैनात की गई हैं। प्रभावित लोगों को ऊंचे स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
निगरानी: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने निचले इलाकों का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में जलस्तर कम हो सकता है और कोई बड़ी बाढ़ की स्थिति नहीं है।
जल आपूर्ति: वजीराबाद और ओखला जल शोधन संयंत्रों पर बढ़ते जलस्तर और प्रदूषण का असर पड़ सकता है, जिससे दिल्ली में पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।
मौसम और भविष्यवाणी
खबरों के मुताबिक, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना जताई है। हालांकि, 23 अगस्त से हिमाचल और उत्तराखंड में फिर से भारी बारिश हो सकती है, जिससे हथिनीकुंड बैराज से और पानी छोड़ा जा सकता है। जलस्तर के 206 मीटर तक पहुंचने की आशंका बनी हुई है।
निष्कर्ष
यमुना नदी पुराने लोहा पुल पर 205.79 मीटर (सुबह 8 बजे, 21 अगस्त) के साथ खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, लेकिन निकासी स्तर से नीचे है। हथिनीकुंड और वजीराबाद बैराजों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने और ऊपरी क्षेत्रों में बारिश के कारण स्थिति गंभीर है। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं, लेकिन निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
