पंजाब के 6 जिलों में बाढ़ जैसे हालात: पौंग डैम से छोड़ा जाएगा पानी, तापमान में बढ़ोतरी; आज बारिश का अलर्ट नहीं
लखनऊ/ 20 अगस्त 2025: पंजाब के छह जिलों—पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, रूपनगर, तरनतारन, और फाजिल्का—में भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। खबरों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के चलते पौंग डैम का जलस्तर खतरे के निशाने के करीब पहुंच गया है, जिसके कारण डैम से 20,000 क्यूसेक पानी छोडे जाने की संभावना है । ब्यास, सतलुज, और रावी नदियां उफान पर हैं, जिससे कई गांव जलमग्न हो गए हैं। तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन आज बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
बाढ़ की स्थिति प्रभावित जिले
पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, रूपनगर, तरनतारन, और फाजिल्का में बाढ़ जैसे हालात हैं। कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी और तरनतारन के कई गांवों में पानी भर गया है। खबरों के मुताबिक, पौंग डैम का जलस्तर 1377.47 फीट तक पहुंच गया है, जो इसकी क्षमता का 78% है। डैम से पानी छोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिससे ब्यास नदी का जलस्तर और बढ़ सकता है। लगभग 15,000 एकड़ फसल, खासकर धान, पानी में डूब गई है। कपूरथला के भैंणी कादर और महिवाल में धुस्सी बांध टूटने से 16 गांव प्रभावित हुए हैं। गुरदासपुर के श्रीहरगोबिंदपुर साहिब के तीन गांव (फत्ता, गंधूवाल, तलवाड़ा) और फाजिल्का में सतलुज के किनारे सात गांव जलमग्न हैं।
प्रशासन की कार्रवाई राहत कार्य
खबरों के मुताबिक, प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां प्रभावित लोगों को भोजन और अस्थायी आश्रय दिया जा रहा है। खालसा एड ने सुल्तानपुर लोधी में राहत अभियान शुरू किया है, जिसमें जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। होशियारपुर की डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने कहा कि पौंग डैम की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और पानी को नियंत्रित ढंग से छोड़ा जा रहा है। गुरदासपुर और फाजिल्का में प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। ब्यास और रावी नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण पंजाब से जम्मू-कश्मीर को जोड़ने वाली कई सड़कें और रेल सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
मौसम की स्थिति
खबरों के मुताबिक, आज (20 अगस्त) पंजाब में बारिश का कोई अलर्ट नहीं है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले चार दिनों तक हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन 23 अगस्त से मानसून फिर सक्रिय होगा। तापमान में 1.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है, और बठिंडा में अधिकतम तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया। प्रमुख शहरों में मौसम: अमृतसर: हल्के बादल, तापमान 25-33 डिग्री। लुधियाना: हल्की बारिश संभव, तापमान 24-37 डिग्री। मोहाली: बादल छाए रहेंगे, तापमान 26-32 डिग्री।
ग्रामीणों की परेशानी
खबरों के मुताबिक, बाढ़ प्रभावित गांवों में लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। कपूरथला के एक किसान ने बताया, “हमारी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। प्रशासन से राहत सामग्री मिल रही है, लेकिन यह काफी नहीं है।” कई गांवों में 3-4 फीट तक पानी भरा है, जिससे आवागमन ठप है।
निष्कर्ष
पंजाब के छह जिलों में बाढ़ जैसे हालात ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। पौंग डैम से पानी छोड़े जाने और ब्यास, सतलुज, रावी नदियों के उफान के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन फसलों की बर्बादी और बुनियादी ढांचे को नुकसान ने चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक, 23 अगस्त से फिर से बारिश तेज हो सकती है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
