मुंबई में चार दिन से तेज बारिश, स्कूल-कॉलेज बंद; हिमाचल के कुल्लू में बादल फटा, दुकानें-सड़क बही
लखनऊ/ 19 अगस्त 2025: देश के कई हिस्सों में मानसून ने कहर बरपाया है। मुंबई में पिछले चार दिनों से मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को ठप कर दिया है, जिसके चलते स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने से भारी तबाही हुई, दुकानें और सड़कें बह गईं। मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 85% बारिश दर्ज की गई है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ी हैं।मुंबई: चार दिन से बारिश, स्कूल-कॉलेज बंदमुंबई में 16 अगस्त से लगातार हो रही भारी बारिश ने शहर की रफ्तार को रोक दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई, ठाणे, पालघर, और रायगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें 19 और 20 अगस्त को अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
जलभराव और ट्रैफिक जाम
अंधेरी, कुर्ला, सायन, विले पार्ले, और नालासोपारा जैसे इलाकों में सड़कों पर 2-3 फीट पानी जमा हो गया, जिससे वाहन फंस गए। अंधेरी सबवे, वकोला ब्रिज, और खर सबवे को बंद करना पड़ा। वेस्टर्न और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर लंबा जाम लगा। ख़बरों के अनुसार बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने 18 और 19 अगस्त को सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की। BMC ने लोगों से जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की है। लोकल ट्रेनें 10-15 मिनट देरी से चलीं, और हार्बर लाइन पर पानी भरने से कुछ ट्रेनें रद्द हुईं। मुंबई एयरपोर्ट पर उड़ानें भी देरी से चलीं। BMC ने हेल्पलाइन नंबर 1916 जारी किया और जलभराव वाले क्षेत्रों में पंप लगाए। नालासोपारा और वसई में NDRF की टीमें तैनात की गई हैं। ख़बरों की माने तो महाराष्ट्र में बारिश से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, और 200 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
हिमाचल के कुल्लू में भी बादल फटने से दहसत
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में 17 अगस्त को शरोद नाले में बादल फटने से भारी तबाही हुई। बरोगी नाले का जलस्तर बढ़ने से भुंतर बाजार में पानी घुस गया। मणिकर्ण घाटी के रसोल और नौरी फाटी कशावरी में मकान, पुलिया, और पानी की चक्कियां बह गईं। निरमंड और बंजार में कई घर और कॉटेज ढह गए। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे सहित कुल्लू में 63 सड़कें बंद हैं। मंडी जिले में 201 सड़कें अवरुद्ध हैं, और पूरे राज्य में 352 सड़कें ठप हैं। ख़बरों के मुताबिक मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक कुल्लू, मंडी, शिमला, और चंबा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस सीजन में हिमाचल में 263 लोगों की मौत हो चुकी है, 37 लापता हैं, और 2,456 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। कुल्लू में 22 मौतें दर्ज की गई हैं। सेना, NDRF, और SDRF मलबा हटाने और फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 34% अधिक बारिश हो चुकी है, जो कुल औसत बारिश का 85% है। बड़वानी में नदी-नाले उफान पर हैं, और नगर पालिका उपाध्यक्ष की कार नदी में बह गई। खरगोन, खंडवा, और बुरहानपुर में अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, और उज्जैन में तेज बारिश से सड़कों पर जलभराव हुआ। 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। खेती-बाड़ी को भारी नुकसान हुआ है, और कई गांवों का संपर्क टूट गया है। ख़बरों के अनुसार IMD ने 21 अगस्त तक मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
निष्कर्ष
मुंबई में चार दिन की बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया, जिससे स्कूल-कॉलेज बंद करने पड़े। हिमाचल के कुल्लू में बादल फटने से दुकानें, सड़कें, और घर बह गए, और मध्य प्रदेश में 85% बारिश ने बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना है। लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
