Chitrakoot: सहस्त्रभुज फूड प्रोडक्ट मिल में लगी भीषण आग, पांच करोड़ का माल जला
चित्रकूट, 7 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में रविवार देर रात एक भीषण अग्निकांड ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। यहां स्थित सहस्त्रभुज फूड प्रोडक्ट मिल में अचानक आग लग गई, जिसने देखते ही देखते गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में लगभग पांच करोड़ रुपये की खाद्य सामग्री जलकर राख हो गई। स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग ने तत्काल कार्रवाई शुरू की, लेकिन आग की भयावहता के कारण नुकसान को रोकना मुश्किल हो गया। यह घटना चित्रकूट के औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर रही है।
घटना का विवरण
यह अग्निकांड रविवार रात करीब 1 बजे के आसपास शुरू हुआ। सहस्त्रभुज फूड प्रोडक्ट मिल, जो मसाले, ड्राई फ्रूट्स और अन्य खाद्य सामग्रियों के उत्पादन और भंडारण के लिए जानी जाती है, में उस समय कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गोदाम से पहले धुआं उठता दिखा, जिसके बाद तेज लपटें निकलने लगीं। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी।
दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने की कोशिश शुरू की। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दमकल कर्मियों को इसे काबू करने में करीब चार घंटे लग गए। सुबह तक आग पर पूरी तरह नियंत्रण पाया जा सका, लेकिन तब तक गोदाम में रखा सारा माल जलकर खाक हो चुका था।
नुकसान का आकलन
मिल के मालिक ने दावा किया है कि इस हादसे में करीब पांच करोड़ रुपये की खाद्य सामग्री नष्ट हो गई। इसमें मसाले, ड्राई फ्रूट्स, पैकेज्ड फूड और कच्चा माल शामिल था। गोदाम में रखे ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग तेजी से फैली और कुछ ही समय में सब कुछ तबाह हो गया। मालिक ने बताया, “हमारा पूरा स्टॉक जल गया। यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान है। अभी तक यह समझ नहीं आ रहा कि आग कैसे लगी।”

आग लगने का संभावित कारण
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गोदाम में बिजली के तारों की खराब स्थिति या ओवरलोडिंग इस हादसे की वजह हो सकती है। हालांकि, सटीक कारण का पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया है। एक दमकल अधिकारी ने कहा, “गोदाम में बड़ी मात्रा में ज्वलनशील सामग्री थी, जिसके कारण आग तेजी से फैली। हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं।”
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
चित्रकूट पुलिस ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। थाना प्रभारी ने बताया, “हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि गोदाम में सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।” जिला प्रशासन ने भी इस हादसे को गंभीरता से लिया है और प्रभावित उद्यमी को सहायता देने का आश्वासन दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना
आग की लपटें और धुआं इतना तेज था कि आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “रात को अचानक धमाके की आवाज सुनाई दी और फिर आग की लपटें दिखने लगीं। हमने सोचा कि कोई बड़ा हादसा हो गया। दमकल की गाड़ियां देर से पहुंचीं, वरना शायद कुछ बचाया जा सकता था।” ग्रामीणों ने प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है।
उद्योग पर प्रभाव
सहस्त्रभुज फूड प्रोडक्ट मिल चित्रकूट के प्रमुख खाद्य उत्पादन केंद्रों में से एक थी। इस हादसे से न केवल मिल मालिक को नुकसान हुआ है, बल्कि इससे जुड़े छोटे व्यापारियों और कर्मचारियों पर भी असर पड़ेगा। कई कर्मचारियों की आजीविका इस मिल पर निर्भर थी, और अब उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।
सुरक्षा मानकों पर सवाल
यह घटना औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी को फिर से उजागर करती है। पिछले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गोदामों और फैक्ट्रियों में आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें ज्यादातर मामलों में शॉर्ट सर्किट या सुरक्षा उपायों की कमी कारण रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी इकाइयों में अग्निशमन उपकरणों और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी एक बड़ी समस्या है।
सरकार से मदद की उम्मीद
मिल मालिक ने सरकार से आर्थिक सहायता और बीमा प्रक्रिया को तेज करने की मांग की है। उन्होंने कहा, “यह हादसा हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है। सरकार अगर मदद करे तो हम दोबारा खड़े हो सकते हैं।” जिला प्रशासन ने भी इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रभावित पक्ष को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
