यूपी: रामनवमी पर मंदिरों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ आज से, सीएम करेंगे पाटेश्वरी देवी के मंदिर में पूजन
लखनऊ, 5 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश में रामनवमी के पावन अवसर पर आज से मंदिरों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ शुरू होने जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन के तहत राज्य के विभिन्न मंदिरों में भगवान श्रीराम के जीवन और उनके आदर्शों को याद करते हुए भक्तों द्वारा अखंड पाठ और पूजा-अर्चना की जाएगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बलरामपुर जिले के प्रसिद्ध पाटेश्वरी देवी मंदिर में पूजन करेंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकता को भी मजबूत करने का एक प्रयास है।
श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ: परंपरा और आस्था का संगम
रामनवमी, जो भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन को चैत्र मास की नवमी तिथि को मनाया जाता है और इस बार यह पर्व 5 अप्रैल को शुरू हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मंदिरों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ एक प्राचीन परंपरा रही है, जिसमें गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित इस महाकाव्य का 24 घंटे तक लगातार पाठ किया जाता है। इस आयोजन में भक्त सुबह से लेकर अगले दिन सुबह तक भक्ति भाव के साथ श्रीराम के गुणों का स्मरण करते हैं।
प्रदेश के प्रमुख मंदिरों जैसे अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर, लखनऊ के हनुमान मंदिर, वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर और प्रयागराज के संगम क्षेत्र में भी इस तरह के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में इस बार विशेष रूप से भव्य आयोजन की योजना बनाई गई है, क्योंकि यह मंदिर हाल ही में भक्तों के लिए खोला गया है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि अखंड पाठ के साथ-साथ भजन-कीर्तन और रामलीला का मंचन भी होगा।
मुख्यमंत्री का पाटेश्वरी मंदिर में पूजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बलरामपुर जिले के देवीपाटन शक्तिपीठ में स्थित मां पाटेश्वरी देवी के मंदिर में पूजन करेंगे। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है और यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सीएम योगी के इस दौरे को लेकर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर को सजाया गया है और भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान वह न केवल पूजा-अर्चना करेंगे, बल्कि स्थानीय लोगों से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार, सीएम इस अवसर पर राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और मंदिरों के विकास के लिए कुछ घोषणाएं भी कर सकते हैं। योगी सरकार पहले से ही अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों के विकास पर जोर दे रही है, और इस तरह के आयोजन उस दिशा में एक कदम माने जा रहे हैंउत्तर प्रदेश में रामनवमी के पावन अवसर पर आज से मंदिरों में श्रीरामचरितमानस का अखंड पाठ शुरू होने जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन के तहत राज्य के विभिन्न मंदिरों में भगवान श्रीराम के जीवन और उनके आदर्शों को याद करते हुए भक्तों द्वारा अखंड पाठ और पूजा-अर्चना की जाएगी।
भक्तों में उत्साह, प्रशासन सतर्क
रामनवमी के अवसर पर मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले साल की तुलना में इस बार दोगुनी वृद्धि होने की उम्मीद है। मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और दर्शन की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा भी शुरू की गई है।
लखनऊ के हनुमान मंदिर में भी अखंड पाठ के साथ-साथ भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर के पुजारी पंडित रामेश्वर शास्त्री ने कहा, “यह पर्व भगवान राम के प्रति हमारी आस्था को और मजबूत करता है। श्रीरामचरितमानस का पाठ न केवल धार्मिक है, बल्कि यह हमें जीवन के नैतिक मूल्यों की भी याद दिलाता है।”
सांस्कृतिक महत्व और सामाजिक संदेश
रामनवमी का यह पर्व केवल धार्मिक आयोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी देता है। श्रीरामचरितमानस में वर्णित भगवान राम का जीवन मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में जाना जाता है, और उनके आदर्श आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठन भी गरीबों के बीच भोजन वितरण और अन्य सेवा कार्यों में जुटे हैं।
प्रदेश सरकार ने भी इस पर्व को भव्य बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। मंदिरों के आसपास साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। साथ ही, रामनवमी के अवसर पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान किया जा रहा है।
अयोध्या में खास तैयारियां
अयोध्या में इस बार रामनवमी का उत्सव ऐतिहासिक होने जा रहा है। राम जन्मभूमि मंदिर के उद्घाटन के बाद यह पहली रामनवमी है, जिसे लेकर देश-विदेश से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया गया है और सरयू नदी के तट पर विशेष आरती का आयोजन होगा। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों की सुविधा के लिए अस्थायी बस स्टैंड और पार्किंग की व्यवस्था भी की है।
