UP: प्रेमिका के चक्कर में अपराधी बना था शॉर्प शूटर अनुज, मुख्तार गैंग में ऐसे हुआ था शामिल; STF के हाथों ढेर
31 मार्च 2025 उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले अनुज कनौजिया, जो एक समय में प्रेमिका के चक्कर में अपराध की दुनिया में शामिल हुए थे, हाल ही में झारखंड के जमशेदपुर में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और झारखंड पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए।
अपराध की दुनिया में कदम:
अनुज कनौजिया ने प्रेमिका के प्रभाव में आकर अपराध की दुनिया में कदम रखा। धीरे-धीरे उन्होंने मुख्तार अंसारी गैंग में अपनी पहचान बनाई और शार्प शूटिंग में माहिर हो गए। उनकी गतिविधियां मुख्य रूप से मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर, वाराणसी, बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों में फैली हुई थीं।
पुलिस कार्रवाई और मुठभेड़:
अनुज पर 23 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, रंगदारी, भूमि कब्जा और हथियार तस्करी शामिल थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी पर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। पिछले पांच वर्षों से फरार, अनुज जमशेदपुर में छिपा हुआ था, जहां पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए अभियान चलाया। जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें STF के डिप्टी एसपी डीके शाही घायल हो गए। जवाबी फायरिंग में अनुज कनौजिया मारा गया।
मुख्तार अंसारी गैंग में भूमिका:
मुख्तार अंसारी गैंग में अनुज की भूमिका महत्वपूर्ण थी। वह बेरोजगार युवकों को अपराध की दुनिया में शामिल करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण देता था, विशेष रूप से ठेका हत्या, लूट और रंगदारी वसूलने के मामलों में। उसके पास से पुलिस ने दो पिस्टल, दो ग्रेनेड और कई कारतूस बरामद किए।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने अनुज के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। उसके घर को आजमगढ़ में बुलडोजर से ढहा दिया गया था, और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। अनुज की मौत को पुलिस ने अपराध जगत में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा है।
अनुज कनौजिया की कहानी यह दिखाती है कि कैसे व्यक्तिगत संबंधों के कारण कोई व्यक्ति अपराध की दुनिया में फंस सकता है, और अंततः कानून के हाथों मारा जाता है।
