राजस्थान विधानसभा में भाजपा विधायकों ने ही उठाये सरकार पर सवाल, नेता प्रतिपक्ष व वन मंत्री के बीच नोकझोंक
जयपुर, 12 जुलाई। राजस्थान विधानसभा में
प्रश्नकाल के दौरान शुक्रवार काे भी सरकार को भाजपा विधायकों के तीखे सवाल झेलने पड़
रहे हैं। विधानसभा में गुरुवार काे भी कई बीजेपी विधायकों ने अटके हुए कामों पर मंत्रियों के
जवाबों पर नाराजगी जताई थी। आज की कार्यवाही में भाजपा विधायक संजीव
बेनीवाल ने भादरा पेयजल प्रोजेक्ट को सवाल किया।
मंत्री
सुरेश रावत के जवाब पर बेनीवाल ने कहा कि मंत्रीजी समीक्षा छोड़िए, काम कब
तक पूरा करेंगे ये बताइए? वन मंत्री संजय शर्मा और नेता प्रतिपक्ष
टीकाराम जूली के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। संजय शर्मा ने
जूली पर बार-बार खड़े होने को लेकर कमेंट किया था। सदन में आज भी शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान पर हंगामे के आसार हैं। विपक्ष ने मदन दिलावर के माफी मांगने और मंत्री पद से हटाने की मांग को लेकर उनके बहिष्कार की घोषणा कर रखी है। दिलावर विधानसभा में जब भी किसी सवाल का जवाब देते हैं तो विपक्ष जवाब
नहीं सुनता है। हंगामा होता है। कल भी दिलावर के बयान को लेकर कांग्रेस ने
वॉक आउट किया था।
कृषि
मंत्री डॉ किरोड़ीलाल मीणा इस सत्र में विधानसभा में नहीं जाएंगे। उन्होंने
सदन से गैरहाजिर रहने की अनुमति मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
उल्लेखनीय
है कि सत्र के दौरान अगर कोई भी विधायक सदन में नहीं आता है तो उसे लिखित
में स्पीकर को सूचना देनी होती है, स्पीकर फिर सदन में वोटिंग करवाकर राय
पूछते हैं, तब सदन की बैठकों से छुट्टी दी जाती है। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब डॉ किरोड़ीलाल मीणा पूरे बजट सत्र
विधानसभा नहीं आएंगे। विधानसभा ने आज डॉ किरोड़ी को पूरे बजट सत्र सदन से
गैर हाजिर रहने की अनुमति दे दी है। प्रश्नकाल खत्म होते ही
स्पीकर ने डॉ किरोड़ी लाल मीणा के पूरे बजट सत्र से सदन से गैर हाजिर रहने
की अनुमति पर वोटिंग करवाई, जिसकी ध्वनिमत से अनुमति दे दी गई।
विधानसभा
में वृक्षारोपण के आंकड़ों में गड़बड़ी को लेकर उठे सवाल के दौरान वन
मंत्री संजय शर्मा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच हल्की नोकझोंक हो
गई। इसे लेकर सदन में हंगामा हो गया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली
ने वृक्षारोपण के आंकड़ों में हेरफेर को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे
आंकड़े राउंड फिगर में कैसे हो सकते हैं। इन्होंने जांच करवाई तो यह तो हो नहीं हो सकता कि सब आंकडे़ राउंड फिगर में आएं, कहीं पर 80, कहीं 99 भी तो होंगे। आंकड़े गुमराह करने वाले हैं इनकी जांच करवाई जाए, मंत्री स्पष्ट करें। वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को हर प्रश्न पर खड़े होने की आदत हो गई है। इस पर स्पीकर ने कहा कि यह काम मेरा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आदत नहीं यह अधिकार है, यह इस तरह नहीं चलेगा यह अधिकार है। इस
दौरान पक्ष विपक्ष के बीच नोकझोंक होने लगी। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने
बीच बचाव किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मंत्री मेरी तरफ उंगली कर रहा है।
कुछ देर नेता प्रतिपक्ष और मंत्री के बीच नोकझोंक हुई, कांग्रेस के कई
विधायकों ने इस पर आपत्ति की। स्पीकर ने रोहित बोहरा सहित कई कांग्रेस
विधायकों को बोलने की मंजूरी नहीं दी। स्पीकर ने कहा कि यह काम मेरा है, मैंने कह दिया और व्यवस्था दे दी।
उच्च शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि कॉलेजों में 1936 खाली पदों को जल्द भरा जाएगा। इन
पदों पर भर्ती का काम चल रहा है। चंद्रभान आक्या के सवाल के जवाब में
बैरवा ने कहा कि प्रदेश के सरकारी कॉलेजों 555 लाइब्रेरियन, 555 पीटीआई के
पद हैं, जिसमें , 535 लाइब्रेरियन और 540 पीटीआई के पद खाली चल रहे हैं।
दोनों के 247-247 पदों पर भर्ती हो चुकी है।
भादरा के पेयजल प्रोजेक्ट से जुड़े सवाल पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इसमें मंत्रीजी की कोई गलती नहीं है। गलती वित्त विभाग के 15 दिसंबर के उस आदेश की है जिसमें सभी नए कामों पर रोक लगा दी। उस
आदेश के बाद प्रदेश भर में सभी नए काम रुक गए हैं। यह असंवैधानिक आदेश है,
यह जब तक यह नहीं हटेगा तब तक नए काम और पुराने चल रहे प्रोजेक्ट अटके ही
रहेंगे। इस पर मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में आरटीपीपी एक्ट के खिलाफ जाकर कम किया था। जो आरटीपीपी के नियमों के खिलाफ काम थे उन पर रोक लगाई है। यह पहली बार नहीं हुआ, आपके वक्त भी होता आया है।भादरा की पेयजल परियोजना में देरी पर बीजेपी विधायक संजीव कुमार ने जलदाय मंत्री के जवाब पर सवाल उठाए। मंत्री सुरेश रावत ने कहा कि समीक्षा के बाद जल्द फैसला किया जाएगा। इस पर संजीव कुमार ने कहा कि भादरा क्षेत्र में पानी का संकट है, अमरसिंह लिफ्ट से 15 दिन में पानी आता है। नए प्रोजेक्ट का काम कब तक शुरू होगा। मंत्रीजी आप समीक्षा छोड़िए, काम कब तक पूरा करेंगे यह बताइए? संजीव कुमार के सवाल पर मंत्री सुरेश सिंह ने कहा कि प्रोजेक्ट में
गड़बड़ी और देरी को लेकर संबंधित अफसर के खिलाफ 10 जुलाई को कारण बताओ
नोटिस जारी कर दिया है।