सेना का डी 5 मोटरसाइकिल अभियान कारगिल युद्ध स्मारक हुआ संपन्न
करिगल, 10 जुलाई लद्दाख में, कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के उपलक्ष्य में, डी 5 मोटरसाइकिल अभियान दल का ध्वजारोहण समारोह द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक पर हुआ। इस अवसर पर उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वी. सुचिंद्र कुमार मुख्य अतिथि थे, जिन्होंने टीम को ध्वजारोहण के बाद कारगिल युद्ध स्मारक द्रास में सम्मानित किया। रजत जयंती कारगिल विजय दिवस समारोह की प्रस्तावना के रूप में आयोजित डी 5 मोटरसाइकिल अभियान ने 17,000 किलोमीटर की प्रभावशाली यात्रा पूरी करने के बाद एशियाई बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में मान्यता प्राप्त की है। देश के विभिन्न क्षेत्रों से शुरू हुआ यह अभियान द्रास के लिए दो अलग-अलग मार्गों पर जाने से पहले नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एकत्रित हुआ। एक मार्ग जम्मू से होकर जाता था, जबकि दूसरा चंडीगढ़ और लेह से होकर गुजरता था। यात्रा के दौरान अभियान दल ने लगभग 1,200 एनसीसी युवाओं से संपर्क किया और उन्हें भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने वीर नारियों और शहीदों के परिवारों से भी मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया तथा 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना द्वारा किए गए बलिदानों के बारे में भी बताया। इस समारोह में डीजी आर्टिलरी लेफ्टिनेंट जनरल अदोश कुमार, जीओसी 14 कोर लेफ्टिनेंट जनरल हितेश भल्ला, जीओसी 8 माउंटेन डिवीजन मेजर जनरल सचिन मलिक सहित अधिकारी, युद्ध के दिग्गज और डी 5 मोटरसाइकिल अभियान दल के लोग शामिल हुए। अभियान के मुख्य समन्वयक लेफ्टिनेंट कर्नल मनोज कुमार नायर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह यात्रा न केवल बहादुर सैनिकों के बलिदान का स्मरण कराती है बल्कि भारतीय सेना की एकता और लचीलेपन का भी प्रतीक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अभियान, जिसमें देश भर से कर्मी शामिल थे, का उद्देश्य मार्ग पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से वीर नारियों, कारगिल पुरस्कार विजेताओं और दिग्गजों को श्रद्धांजलि देना था। अभियान का मूल्यांकन करने वाले डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने सत्यापित तथ्यों और यात्रा के अनूठे पहलुओं के आधार पर एशियाई बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए इसकी पात्रता की पुष्टि की। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल वी. सुचिंद्र कुमार ने 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वालों और घायलों को याद करने के लिए भारतीय सेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने ऑपरेशन विजय के दौरान दिखाए गए अटूट संकल्प और साहस की प्रशंसा की और कहा कि शहीदों की बहादुरी और देशभक्ति भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों से होकर सफलतापूर्वक यात्रा करने के लिए डी5 मोटरसाइकिल अभियान दल को बधाई दी। यह अभियान भारतीय सैनिकों की वीरता और भारतीय सेना की स्थायी भावना का प्रमाण है।