प्रधानमंत्री करेंगे सिकल सेल बीमारी के उन्मूलन के महाभियान की शुरूआत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (शनिवार) मध्य प्रदेश से ‘राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन अभियान’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस अभियान को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि देश को वर्ष 2047 तक सिकल सेल से मुक्ति पाने का ब्लूप्रिंट मिलेगा व इसका सबसे अधिक लाभ हमारे जनजातीय वर्ग को मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत की जनजातीय आबादी में सिकल सेल रोग एक गंभीर चुनौती है। देश के 13 राज्यों -राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलांगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र में सिकल सेल का अधिक प्रभाव है। देश के 4 अन्य राज्यों- बिहार, असम, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में इसका प्रभाव आंशिक है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनजातीय मंत्रालय और राज्यों के साथ मिलकर 2-3 सालों में देश के 17 राज्यों के लगभग 200 जिलों में रहने वाले आदिवासी व अन्य समूह की 0-40 साल से कम आयु वाली 7 करोड़ जनसंख्या को तीन साल में स्क्रीनिंग कर अमृत काल में 2047 तक सिकल सेल बीमारी को खत्म करने की योजना बनाई है। स्क्रीनिंग के बाद सभी को उनकी स्थानीय भाषा में स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा, जिससे शादी करने वाले लड़का और लड़की को आसानी से पता चल सकेगा कि शादी के बाद होने वाले बच्चे सिकल सेल से ग्रस्त होंगे या नहीं ।
उन्होंने बताया कि पूरे कार्यक्रम को चलाने के लिए जनभागीदारी को सुनिश्चित करने और बड़े पैमाने पर जागरुकता लाने के लिए अलग अलग स्तर पर मॉनिटरिंग मैकेनिज्म बनाया जाएगा। स्क्रीनिंग में बीमार पाए जाने वाले लोगों को नियमित रूप से टेस्टिंग, उपचार और दवाइया, डायइट सपोर्ट, काउंसलिंग को सुनिश्चित किया जाएगा।
क्या है सिकल सेल एनीमिया
सिकल सेल एनीमिया एक आनुवांशिक बीमारी है। इसमें व्यक्ति के रक्त कणों का आकार विकृत होकर दराती जैसा हो जाता है। यह बीमारी मुख्य तौर पर आदिवासी या जनजातीय समाज में पाई जाती है । यह रोग जनजातियों के भविष्य और अस्तित्व के सामने बहुत बड़ा खतरा है। सिकल सेल बीमारी दो तरह से इंसान के शरीर में रहती है। एक- सिकल सेल मरीजों में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं और इंसान सामान्य जीवन जीता है। दूसरे सिकल सेल में बीमारी के लक्षण पाए जाते हैं। सिकल सेल रोग से पीड़ित व्यक्ति को बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिनमें कमजोरी, दर्द और खून की कमी शामिल है।
