शहजादपुर कनैनी ने किया जनपद का नाम रौशन, मिला आईएसओ प्रमाण पत्र

जनपद का नाम एक बार फिर से बुलंदियों पर पहुंचा है। खुर्जा क्षेत्र के गांव शहजादपुर कनैनी के ग्राम वासियों को बेहतर सुविधाएं मिलने पर शासन स्तर से आइएससो 9001-2015 प्रमाण पत्र मिला है।
यूनाइटेड एक्रीडिटेशन मैनेजमेंट लाइसेंसिंग सर्विसेज ने यह प्रमाण पत्र ग्राम पंचायत को दिया गया है। शहजादपुर कनैनी गांव स्मार्ट विलेज में शामिल हो गया है। ग्राम पंचायत द्वारा लोगों को बेहतर सुविधा दी जा रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के सभी गांव को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने का मिशन जारी है। इस अभियान में जिले की शहजादपुर कनैनी ग्राम पंचायत को भी शामिल किया गया था। गांव में लगभग एक करोड़ 7 लाख रुपये की लागत से कई योजनाओं में काम कराए गए।
उल्लेखनीय है कि गांव में प्रदेश का पहला ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है जो स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को ओडीएफ के लिए जागरूक भी कर रहा है। यहां उत्तर प्रदेश के सभी मुख्य विकास अधिकारी को यहां एसबीएन की ट्रेनिंग भी दी गई है। कूड़ा कलेक्शन सेंटर में कूड़ा निस्तारण के लिए एक समूह की महिलाएं भी काम कर रही हैं। जिसमें गांव के कूड़े को अलग-अलग करने के लिए कर्मचारी लगाए गए हैं। करीब छह महिलाएं इस काम को प्रतिदिन करती हैं। वर्मी कंपोस्टिंग और प्लास्टिक से होने वाली आमदनी से महिलाओं को वेतन दिया जाता है।
जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि शहजादपुर कनैनी गांव को एक मॉडल गांव के रूप में विकसित किया गया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत गांव में कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण कराया गया है। जहां पूरे गांव का कूड़ा आता है और उसको ट्रीटमेंट द्वारा अलग किया जाता है।
उन्होंने बताया कि ट्रीटमेंट प्लांट में सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का का शत प्रतिशत ट्रीटमेंट होता है। केंद्र पर गोबर से कंपोस्ट खाद बनती है, जिसको बाजार में बेचा जा रहा है। सेंटर पर प्लास्टिक का साइंटिफिक तरीके से डिस्पोजल किया जाता है।
जिलाधिकारी का कहना है कि शहजादपुर कनैनी गांव हर मानक पर खरा उतरा है, जिसके लिए गांव को यह प्रमाण पत्र दिया गया है। वहीं ग्रामीणों ने जहां गांव को आईएसओ प्रमाण पत्र मिलने पर खुशी जताई है। वहीं शासन और प्रशासन का भी धन्यवाद किया। ग्रामीणों का भी कहना है कि गांव में हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। उनका कहना है कि गांव में पक्की सड़कें बनी हुई है, अस्पताल बना हुआ है, स्कूल है, साफ सफाई की अच्छी व्यवस्था है।
