अयोध्या में राम मंदिर गर्भगृह की छत ढालने की विशेष तैयारी शुरू, 12 सौ मजदूर और चार क्रेन ढालेंगे छत
अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर के गर्भगृह पर छत ढालने की विशेष तैयारी शुरू कर दी गई है। चार क्रेनों की मदद से लगभग 12 सौ मजदूर एक साथ लगकर छत ढालने का काम करेंगे। अब तक इस पर 900 मजदूर काम कर रहे थे। काम तेज करने के लिए 300 नए मजदूरों को लगाया गया है। इस महीने किसी भी दिन छत के लिए बीम और फिर स्लैब ढालने का काम शुरू हो जाएगा। लार्सन एंड टूब्रो ने इस काम के लिए अपनी विशेष टीम को लगाया है। टीम की देखरेख में दिन रात इस पर काम चल रहा है।
खास बात ये है कि अन्य निर्माण की तरह बीम व छत के लिए स्लैब ढालने के बाद किसी इंतजार की जरूरत नहीं पड़ेगी। छत के तुरंत बाद से ही प्रथम तल पर काम शुरू हो जाएगा। मंदिर निर्माण की गति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साथ ही साथ गर्भगृह की फिनिशिंग का काम भी चलता रहेगा। राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर के 160 व गर्भगृह के लिए छह स्तंभों के लिए तय ऊंचाई बीस फिट तक का काम पूरा हो चुका है। अब केवल छत के लिए जरूरी तकनीकी तैयारी की जा रही है।
राजस्थान के बंशी पहाड़पुर में ही बीम आदि की फिनिशिंग चल रही है। वहीं पर काम पूरा करके तब पत्थरों को मंदिर निर्माण स्थल के लिए रवाना किया जा रहा है। इन पत्थरों को तराशने के लिए 12 सौ कारीगरों की अलग टीम लगी हुई है। बता दें कि गर्भगृह ‘मकराना मार्बल को छोड़कर मंदिर निर्माण के लिए अधिकांशत: बंशी पहाड़पुर के पत्थरों का ही इस्तेमाल हो रहा है।